बीजीआर परिसर पौड़ी के विधि विभाग में विद्यार्थियों ने किया प्रतिभाग
सिविल जज पौड़ी मौ.अकरम ने मानवाधिकारों के प्रति किया सचेत
गंगा असनोड़ा
हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विवि के बीजीआर परिसर, पौड़ी के विधि विभाग के तत्वावधान में संविधान दिवस के अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिक्करण तथा नेहरू युवा केंद्र की ओर से संयुक्त रूप से गोष्ठी एवं विभिन्न प्रतियोगितात्मक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। अजीम प्रेमजी फाउंडेशन की ओर से इस मौके पर संविधान में निर्दिष्ट विभिन्न विषयों के संदर्भ में पोस्टर प्रदर्शनी एवं क्विज का आयोजन किया गया। क्विज में अधिकतम प्रश्नों का जवाब देने वाले प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट भी प्रदान किए गए।
बीजीआर कैंपस पौड़ी के टीटी हॉल में आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि पौड़ी के सिविल न्यायाधीश मौ.अकरम अली ने कहा कि न्याय पाने के लिए जागरूकता बेहद जरूरी है। उन्होंने विधि विभाग के विद्यार्थियों से सवाल किया कि क्या वर्तमान परिस्थितियों में सामाजिक न्याय व सुरक्षा हमें उचित रूप में मिल रही है? इस पर विधि विभाग के विद्यार्थियों ने उन्हें बताया कि जेल भ्रमण के दौरान उन्होंने जेल में रह रहे अपराधियों के लिए मानवाधिकारों का हनन होते हुए देखा है। उन्होंने यह भी कहा कि प्रस्तावना को पढ़ने से अधिक महसूस किया जाना बेहद जरूरी है, ताकि उनके उद्देश्यों को सफल बनाने में प्रभावी भूमिका निभाई जा सके। उन्होंने कहा कि जिला विधिक प्राधिकरण लगातार मानवाधिकारों के लिए कार्य कर रहा है।
इस मौके पर पौड़ी परिसर के निदेशक डॉ.उमेश चंद्र गैरोला ने कहा कि संविधान में हमारे लिए अधिकारों के साथ कर्त्तव्य भी निहित हैं। अधिकारों की बात जरूर होनी चाहिए, लेकिन कर्त्तव्यों की अवहेलना के साथ नहीं। उन्होंने कहा कि यदि हर व्यक्ति आत्मानुशासन के साथ संविधान में निहित कानूनों के प्रति जागरूक रहना चाहिए। विधि विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.रामप्रकाश ने कहा संविधान निर्माण से लेकर संविधान में निहित विभिन्न अनुच्छेदों के बारे में विस्तार से बताया।
इस मौके पर अजीम प्रेमजी फाउंडेशन पौड़ी के प्रभारी गणेश बलूनी ने कहा कि संविधान का बारीकी से अध्ययन किए जाने की जरूरत है। शिक्षा ही व्यक्ति को जागरूक कर सकती है। तृतीय सेमेस्टर की गरिमा आनंद ने चर्चित केशवानंद भारती केस के संदर्भ में विद्यार्थियों को जानकारी दी।
कार्यक्रम में विधि विभाग के सहायक प्रोफेसर डा.मुकेश नेगी, इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो.बड़थ्वाल भी उपस्थित रहे। नेहरू युवा केंद्र में लेखा कार्यक्रम पर्यवेक्षक अंजना बिष्ट तथा विधि विभाग से वंश, हर्षिता चौहान, ज्योतिका चमोली व रत्ना रॉय ने संचालन किया।
निबंध, भाषण, पेंटिंग तथा क्विज प्रतियोगिता आयोजित
संविधान दिवस के अवसर पर नेहरू युवा केंद्र तथा विधि विभाग की ओर से निबंध, पेंटिंग, भाषण तथा क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। क्विज प्रतियोगिता में अफरीदी अहमद प्रथम, तनुजा रावत द्वितीय, आयुष बघनेल तृतीय, निबंध प्रतियोगिता में पुरूषोत्तम प्रथम, स्नेहा कुमार तथा दीक्षा पासवान द्वितीय तथा राजू कुमार तीसरे स्थान पर रहे। पेंटिंग प्रतियोगिता में नेहा कुमारी प्रथम, आंचल द्वितीय तथा सौम्या तीसरे स्थान पर रहे, जबकि भाषण प्रतियोगिता में कश्मि खंतवाल प्रथम, शिखा भंडारी द्वितीय तथा उजिता तीसरे स्थान पर रहीं। आंचल भगत तथा साक्षी भट्ट को बेहतरीन नृत्य के लिए पुरस्कृत किया गया।
अजीम प्रेमजी के बनाए पोस्टरों की न्यायाधीश महोदय ने की प्रशंसा
इस मौके पर अजीम प्रेमजी फाउंडेशन की ओर संविधान में समाहित अनुच्छेदों, अनुसूचियों तथा विभिन्न भागों में दर्ज शब्दावलियों को स्पष्ट करने के लिए तैयार किए गए पोस्टरों की प्रदर्शनी लगाई गई। इस प्रदर्शनी को देखकर सिविल न्यायाधीश मौ.अकरम बेहद प्रभावित हुए। उन्होंने कहा कि आम आदमी को जागरूक करने के लिए किया गया यह कार्य बेहद उत्कृष्ट है। उन्होंने अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के पौड़ी प्रभारी गणेश बलूनी तथा विधि विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो.रामप्रकाश के साथ प्रदर्शनी में लगे चित्रों को प्रदर्शनी पर विचरण कर देखा और मुक्त कंठ से प्रशंसा की।