हादसे में 10 मजदूरों को किया रेस्कयू, 45 मजदूरों की खोज जारी
उत्तराखंड के चमोली जिले के माणा गांव में एक बड़ा हादसा सामने आया है, जहां एक ग्लेशियर टूटने से 55 मजदूर बर्फ में दब गए है। 10 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। शेष 45 मजदूरों की तलाश जारी है। बताया जा रहा है कि भारी बर्फबारी के कारण ये घटना हुई है।
यह घटना आज सुबह के समय हुई, जब माणा गांव के पास स्थित एक ग्लेशियर अचानक टूटकर नदियों में गिर गया और उसके कारण बर्फ का एक बड़ा ढेर माणा गांव के पास के इलाके में गिर पड़ा।
स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन दल ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है। बर्फ में दबे मजदूरों की तलाश के लिए सेना और एनडीआरएफ की टीमें भी भेजी गई हैं।

राहत कार्यों में कठिनाई आ रही है क्योंकि बर्फ और मलबे के बीच दबे मजदूरों को निकालने के लिए बर्फ के भीतर गहरे उत्खनन की आवश्यकता है।
पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता आईजी नीलेश आनंद भरणे ने जानकारी देते हुए बताया की, “सीमा क्षेत्र माणा में सीमा सड़क संगठन के कैंप के पास भीषण हिमस्खलन हुआ है, जिसमें सड़क निर्माण में लगे 57 मजदूर फंस गए हैं। इन मजदूरों में से 10 मजदूरों को बचा लिया गया है और गंभीर हालत में माणा के पास सेना के कैंप में भेज दिया गया है।”
सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के अधिशासी अभियंता सीआर मीना ने बताया कि, मौके पर 57 मजदूर मौजूद हैं। तीन से चार एंबुलेंस भी भेजी गई हैं, लेकिन भारी बर्फबारी के कारण बचाव दल को वहां पहुंचने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

खराब मौसम की वजह से हुआ हादसा
हिमस्खलन को लेकर बीआरओ की टीमें भी बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। बता दें कि खराब मौसम की वजह से इलाके में लगातार बर्फबारी और बारिश हो रही है।
देहरादून से भी कंट्रोल रूम बनाकर संपर्क साधा जा रहा है, लेकिन अभी अधिकारी बहुत कुछ कहने की स्थिति में नहीं है। माणा गांव जोशीमठ और केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम से ज्यादा दूर नहीं है।
आपदा कंट्रोल रूम का कहना है कि ITBP की टेक्निकल टीमों को भी मौके पर भेजा गया है। हेलीकॉप्टर को भी आपातकाल मोड में रखा गया है।

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