उत्तराखंड में सरकारी स्कूल शिक्षकों का आंदोलन तेज हो गया है। प्रमोशन के बजाय प्रधानाचार्य पद पर सीधी भर्ती के विरोध में 17 सितम्बर को राजधानी देहरादून में हज़ारों शिक्षक जुटें।
पुलिस आदेश पत्र
आदेश पत्र के अनुसार, अलग-अलग ज़िलों से 8 से 10 हज़ार शिक्षक राजधानी पहुँच सकते हैं। इसमें टिहरी से 600-700, पौड़ी से 350-400, हरिद्वार से 100-120 और उत्तरकाशी से 400-450 शिक्षकों की भागीदारी का अनुमान जताया गया है। आदेश में ज़िला पुलिस को सुरक्षा व प्रबंधन करने के निर्देश दिए गए हैं।
अपनी मांगों को लेकर देहरादून आ रहे हैं शिक्षकों को पुलिस ने सरकारी आदेश पर जगह-जगह रोकने का प्रयास किया। इसके बावजूद हजारों शिक्षक देहरादून के परेड ग्राउंड पहुंच गये।
हालिया घटनाक्रम
- पिछले हफ्तों में शिक्षकों ने चॉक-डाउन, काली पट्टी बांधकर पढ़ाई और तर्पण-पिंडदान जैसे प्रतीकात्मक विरोध किए।
- 14 सितम्बर को हजारों शिक्षकों ने देहरादून में मार्च निकाला और सीधी भर्ती रद्द कर प्रमोशन की मांग की।
- शिक्षकों का कहना है कि 1400 से अधिक प्रधानाचार्य पद वर्षों से खाली हैं, पर प्रमोशन नहीं दिए जा रहे।
सरकार की स्थिति
शिक्षा मंत्री व मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल से मुलाक़ात कर समाधान का आश्वासन दिया है। सरकार कह रही है कि कोर्ट में मामला लंबित है और फिलहाल इंटरिम प्रमोशन पर विचार किया जा रहा है।
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