देहरादून में हाल ही में आई जल त्रासदी में मरने वालों की संख्या 27 पहुंच गई है। सहस्रधारा और मालदेवता क्षेत्र में 15 सितंबर को हुई अतिवृष्टि ने कई लोगों को अपनों और अपने रोजगार से वंचित कर दिया।
पीड़ितों को राहत देने के लिए प्रशासन ने 1152 लोगों को कुल 1.21 करोड़ रुपये के चेक बांटे, लेकिन इनमें कई चेक नाम गलत या अधूरे होने के कारण बैंक से वापस लौट गए।
975 चेक अहैतुक सहायता राशि के थे, जबकि 35 भवन पूर्णतः क्षतिग्रस्त, 65 आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त पक्के भवन, 27 कच्चे भवन, 2 अनुग्रह राशि और 45 कृषि अनुदान के लाभार्थियों को भी राहत दी जानी थी।
तहसीलदार सुरेंद्र देव ने बताया
समस्या इसलिए हुई क्योंकि लाभार्थियों के जो नाम प्रशासन को मिले, वही चेक पर लिखे गए, लेकिन बैंक रिकॉर्ड में कुछ नाम अलग दर्ज थे। इस वजह से बैंक ने भुगतान से इनकार कर दिया। अब नए चेक तैयार कर पुनः वितरित किए जा रहे हैं।
डीएम सविन बंसल ने प्रभावित क्षेत्रों का किया दौरा
लोक निर्माण विभाग से क्षतिग्रस्त मकानों की तकनीकी रिपोर्ट मांगी। उन्होंने मजाड़ा, कारलीगाड़, सहस्रधारा, मालदेवता और मसूरी में राहत-बचाव कार्यों का जायजा लिया और अधिकारियों को ड्यूटी पर मुस्तैद रहने के निर्देश दिए।
डीएम और सीडीओ ने फुलेत गांव में ग्रामीणों संग जमीन पर बैठकर भोजन भी किया और उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने निर्देश दिए कि प्रभावित सड़कों को जेसीबी और पैकलाइन मशीनों की मदद से जल्द दुरुस्त कर आवागमन बहाल किया जाए।
प्रशासन का कहना है कि सभी प्रभावित परिवारों को दैवीय आपदा मद से शीघ्र राहत राशि उपलब्ध करा दी जाएगी।
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