फोन न उठाने और गैरहाजिरी पर सख्त चेतावनी
गढ़वाल मंडल के आयुक्त विनय शंकर पांडेय पौड़ी पहुंचते ही पूरी तरह एक्शन मोड में दिखे। उन्होंने साफ कहा कि शासन और प्रशासन की पहली जिम्मेदारी जनता की समस्याओं का समाधान करना है और इस जिम्मेदारी से कोई भी अधिकारी पीछे नहीं हट सकता।
हाल ही में यह शिकायत सामने आई थी कि जिले के कई अधिकारी जनता के फोन तक रिसीव नहीं करते। इस पर आयुक्त ने अधिकारियों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि जनता उम्मीद के साथ फोन करती है। कॉल न उठाना गैर-जिम्मेदारी ही नहीं बल्कि जनता के विश्वास के साथ धोखा भी है। यदि भविष्य में ऐसा रवैया देखने को मिला तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।
स्वास्थ्य निदेशक कार्यालय में लापरवाही
औचक निरीक्षण के दौरान आयुक्त स्वास्थ्य निदेशक कार्यालय पहुंचे तो यहां निदेशक समेत तीन कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। इस पर उन्होंने नाराजगी जताई और मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिया कि सचिव स्वास्थ्य और डीजी स्वास्थ्य को पत्र भेजकर इसकी जानकारी दी जाए तथा अनुपस्थित अधिकारियों पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
जनता को मिला भरोसा
आयुक्त ने साफ किया कि अब जिले में ढिलाई और गैर-जिम्मेदाराना रवैया बर्दाश्त नहीं होगा। सभी अधिकारी-कर्मचारी अपने तैनाती स्थल पर नियमित रूप से उपस्थित रहें और जनता की शिकायतों का गंभीरता से निस्तारण करें।
गढ़वाल आयुक्त के इस सख्त रुख से आम जनता में भरोसा बढ़ा है कि अब लापरवाह अधिकारियों पर लगाम लगेगी। वहीं, विभागीय कर्मचारियों में भी अनुशासन और जवाबदेही बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।
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