- छह लोगों की जान बची, घर का सारा सामान मलबे में तब्दील
- उत्तराखंड में बारिश बनी मुसीबत, मसूरी में बड़ा हादसा टला
उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश लोगों के लिए आफत बनती जा रही है। पर्वतीय क्षेत्र मसूरी में बुधवार देर शाम को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया, जब भारी बारिश के कारण एक मकान का पुश्ता अचानक भरभरा कर गिर गया और कुछ ही सेकंडों में पूरा मकान मलबे में तब्दील हो गया।
राहत की बात यह रही कि मकान में मौजूद सभी छह लोग समय रहते बाहर निकलने में सफल रहे, जिससे जनहानि टल गई।
भारी बारिश के बीच पूरा घर जमींदोज
हादसा मसूरी शहर के पेट्रोल पंप के पास का है, जहां बुधवार शाम भारी बारिश के दौरान एक मकान का पुश्ता ढह गया। पुश्ता गिरने के तुरंत बाद मकान भी ढह गया।
उस वक्त घर में छह लोग मौजूद थे, लेकिन उन्होंने तुरंत बाहर भागकर अपनी जान बचा ली। हालांकि मकान में रखा सारा घरेलू सामान मलबे के नीचे दबकर पूरी तरह से नष्ट हो गया।
स्थानीय लोगों के अनुसार, पेट्रोल पंप के पास एक नाला लंबे समय से बंद पड़ा है। नाले से बारिश का पानी नहीं निकल पाने के कारण पानी बस्ती और बाजार की ओर बहने लगा, जिससे जमीन धंसने और मकान ढहने जैसी घटनाएं हो रही हैं।
इससे पहले भी नेपाली बस्ती में एक मकान आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो चुका था। इस बार की घटना ने लोगों की चिंता और डर दोनों को बढ़ा दिया है।
प्रशासन मौके पर पहुंचा
घटना की जानकारी मिलते ही नगर पालिका ईओ तनवीर मारवाह के नेतृत्व में प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची। उन्होंने तुरंत नुकसान का जायजा लिया और प्रभावित परिवार को सुरक्षित स्थान पर भेजने की व्यवस्था की। परिवार के लिए खाने और रहने की व्यवस्था की गई है। ईओ ने कहा कि प्रशासन द्वारा आपदा प्रबंधन नियमों के तहत शीघ्र ही आर्थिक सहायता दी जाएगी।
चमोली में भयंकर भूस्खलन: बदरीनाथ हाईवे बाधित
लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण चमोली जिले के ज्योतिर्मठ विकासखंड में जोगीधारा के पास भयंकर भूस्खलन (Landslide) की घटना सामने आई है। इस भूस्खलन में पहाड़ का एक बड़ा हिस्सा अचानक धंसकर धरती में समा गया, जिससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया।
भूस्खलन के चलते बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग (NH-7) कुछ समय के लिए अवरुद्ध हो गया था, हालांकि प्रशासन और लोक निर्माण विभाग की त्वरित कार्रवाई के चलते मार्ग को आंशिक रूप से बहाल कर दिया गया है। फिर भी लगातार हो रहे मलबा गिरने के चलते यात्रा जोखिमपूर्ण बनी हुई है।
संचार सेवाएं और यातायात प्रभावित
ज्योतिर्मठ क्षेत्र में पहाड़ी टूटने के बाद संचार सेवाएं (मोबाइल नेटवर्क, इंटरनेट) पूरी तरह बाधित हो गई हैं। प्रशासन ने राजमार्ग से गुजरने वाले यात्रियों को फिलहाल सुरक्षित स्थानों पर रोक दिया है, जिससे जान-माल की हानि को रोका जा सके।
मौसम विभाग का रेड अलर्ट
मौसम विभाग द्वारा चमोली में रेड अलर्ट जारी किया गया है, जिसके मद्देनज़र जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने सभी आंगनबाड़ी केंद्रों और कक्षा 1 से 12 तक के सरकारी एवं निजी स्कूलों को बंद रखने के आदेश दिए हैं।
बारिश के चलते स्थानीय नदियाँ और नाले उफान पर हैं। प्रशासन की ओर से नदी किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने के निर्देश जारी किए गए हैं। कई स्थानों पर विद्यालयों और अन्य सुरक्षित भवनों में राहत शिविर स्थापित किए गए हैं।
सुरक्षा कारणों से प्रशासन ने फूलों की घाटी की ओर जाने वाले पर्यटकों को भी रोका है। घाटी का मार्ग अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है ताकि कोई अप्रिय घटना न हो।
















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