8–10 दिन तक पड़ सकती है कड़ाके की ठंड
दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य भारत और अरुणाचल में बढ़ेगी ठंड, IMD ने चेताया
1 दिसंबर, 2025 को भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि इस साल सर्दियों में ‘कोल्ड वेव’ के दिन बढ़ सकते हैं।
खासकर दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, पूर्वी उत्तर प्रदेश, उत्तर-मध्य प्रदेश, पश्चिमी महाराष्ट्र और अरुणाचल प्रदेश में कड़ाके की ठंड का असर देखने को मिल सकता है।
आम तौर पर साल में कोल्ड वेव 4–6 दिन रहती है, लेकिन इस साल यह 8–10 दिन तक बनी रह सकती है।
क्या है कोल्ड वेव
IMD ने हर राज्य में कई स्टेशन्स स्थापित किए हैं, जिससे इलाके के मौसम का आंकलन किया जा सके।
यदि किसी स्टेशन का तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या सामान्य तापमान से 4.5 डिग्री कम होता है, तो इसे कोल्ड वेव घोषित किया जाता है।
IMD के डायरेक्टर जनरल मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि दिसंबर से फरवरी तक आमतौर पर सर्दियां पड़ती हैं, और इस साल मध्य भारत और उत्तर-पश्चिमी भारत में तापमान सामान्य से कम रहेगा।
सर्दियों के दौर और भविष्यवाणी
पहला कोल्ड वेव 8–20 नवंबर के बीच आया था, जिसमें राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों में ठंड का असर दिखा।
IMD के अनुसार, 3–5 दिसंबर के बीच दूसरा कोल्ड वेव देखने को मिल सकता है।
कोल्ड वेव के बढ़ने के कारण
- पश्चिमी विक्षोभ: भूमध्यरेखीय तूफान और नमी के चलते मिनिमम तापमान बढ़ सकता है।
- ला नीना: इस साल ला नीना की स्थिति है, जो समुद्री सतह के असामान्य तापमान गिरने के कारण बनता है। इससे मानसून प्रभावित होता है, लेकिन कोल्ड वेव से सीधा संबंध नहीं है।
- Polar Vortex: ध्रुवों पर घूमने वाला ठंडी हवा का चक्रवात कभी-कभी दक्षिण की ओर बढ़ता है। हिमालय की वजह से भारत इसके प्रभाव से बचा रहता है, लेकिन हल्का असर महसूस हो सकता है।
- पड़ोसी देशों का साइक्लोन: श्रीलंका में आए साइक्लोन के कारण बारिश और तापमान में गिरावट भारत पर भी असर डाल सकता है।
सलाह और तैयारी
IMD ने चेतावनी दी है कि इस बार सर्दी लंबे समय तक रह सकती है, इसलिए घरों में पर्याप्त रजाई-कंबल, गर्म कपड़े और हीटिंग की व्यवस्था पहले से कर लें।
















Leave a Reply