रीजनल रिपोर्टर

सरोकारों से साक्षात्कार

IndiGo उड़ान संकट: 1000 से ज्यादा फ्लाइट कैंसिल

देहरादून समेत देशभर में यात्रियों का हंगामा

DGCA ने नियमों में दी ढील, फिर भी हालात पूरी तरह सामान्य नहीं

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo इस समय अपने अब तक के सबसे बड़े परिचालन संकट से गुजर रही है।

बीते चार दिनों से लगातार इंडिगो की सैकड़ों उड़ानें रद्द हो रही हैं या घंटों की देरी से उड़ रही हैं।

शुक्रवार (5 दिसंबर) को देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट से ही 13 उड़ानें रद्द हुईं, जबकि दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद और कोलकाता जैसे बड़े एयरपोर्ट भी बुरी तरह प्रभावित रहे।

शनिवार (6 दिसंबर) को भी कई शहरों में फ्लाइट संचालन पूरी तरह पटरी पर नहीं लौट पाया, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

कितनी उड़ानें रद्द हुईं

IndiGo संकट का पैमाना अब आंकड़ों में साफ दिखाई देने लगा है:

  • 5 दिसंबर 2025 को देशभर में 1000 से ज्यादा उड़ानें रद्द की गईं, इसे भारत के एविएशन इतिहास का सबसे बड़ा एक-दिवसीय व्यवधान माना जा रहा है।
  • केवल दिल्ली एयरपोर्ट से 235 फ्लाइट्स शुक्रवार को रद्द की गईं।
  • बेंगलुरु एयरपोर्ट पर लगभग 100 से ज्यादा उड़ानें कैंसिल हुईं।
  • नवंबर 2025 में ही IndiGo ने कुल 1,232 उड़ानें रद्द की थीं, जिसके बाद दिसंबर में संकट और गहरा गया।

इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इस वक्त अपनी गंभीरतम स्थिति से गुजर रही है।

देहरादून में हालात: एयरपोर्ट पर फंसे यात्री

देहरादून के जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर शुक्रवार को भारी अव्यवस्था देखने को मिली।

एयरपोर्ट डायरेक्टर भूपेश नेगी के अनुसार, IndiGo ने एक ही दिन में देहरादून से अपनी लगभग सभी उड़ानें रद्द कर दीं।

हेल्प डेस्क बनाए गए, लेकिन सीमित स्टाफ के कारण सैकड़ों यात्रियों को लंबा इंतजार करना पड़ा।

कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर आक्रोश जताते हुए टिकट रिफंड और री-शेड्यूलिंग में देरी की शिकायत की।

संकट की वजह: पायलट नियम और क्रू की कमी

संकट की सबसे बड़ी वजह Fly Duty Time Limitation (FDTL) यानी पायलट ड्यूटी नियमों में बदलाव को माना जा रहा है। नए नियम लागू होते ही:

  • पायलटों की शिफ्ट सीमित हो गई
  • रात की उड़ानों पर रोक बढ़ी
  • क्रू शेड्यूल अचानक बिगड़ गया

इंडिगो न तो समय पर वैकल्पिक क्रू तैयार कर पाई और न ही नेटवर्क दोबारा प्लान किया जा सका।

विशेषज्ञों के मुताबिक, यह संकट केवल तकनीकी नहीं बल्कि मैनेजमेंट फेल्योर का परिणाम है।

DGCA ने दिया बड़ा फैसला

स्थिति बिगड़ने के बाद DGCA ने शुक्रवार रात एक अहम आदेश जारी किया:

राहतें जो दी गईं:

  • पायलटों को साप्ताहिक आराम के बदले छुट्टी लेने की अनुमति
  • नाइट लैंडिंग नियमों में अस्थायी ढील
  • एयरलाइंस को संचालन पटरी पर लाने के निर्देश

DGCA ने कहा कि यह फैसला यात्रियों की परेशानी और राष्ट्रीय हवाई नेटवर्क को स्थिर करने के लिए लिया गया है।

सरकार सख्त, जांच कमेटी गठित

केंद्र सरकार ने IndiGo संकट पर संज्ञान लेते हुए जांच कमेटी गठित की है। सरकार ने साफ कहा है कि:

  • यात्रियों को पूरा रिफंड या मुफ्त रीबुकिंग मिले
  • किराए मनमाने ढंग से न बढ़ाए जाएं
  • हेल्प डेस्क और कस्टमर केयर मजबूत किया जाए

इंडिगो की ताकत, मगर अब सवालों के घेरे में

IndiGo के पास:

  • 400+ विमान
  • रोजाना 2,300+ उड़ानें
  • 90+ डोमेस्टिक और 45+ इंटरनेशनल रूट
  • FY25 में 118 मिलियन यात्री
  • Skytrax Award 2025: Best Airline in South Asia

इतनी बड़ी एयरलाइन का इस तरह चरमरा जाना, भारतीय एविएशन सेक्टर के लिए चेतावनी माना जा रहा है।

https://regionalreporter.in/right-to-disconnect-pan-masala-cess-bill-2025/
https://youtu.be/YRWlr0OJc7M?si=Kk1726t7OVevt60O
Website |  + posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: