श्रीनगर (गढ़वाल) के गंगा दर्शन क्षेत्र में गुलदार का आतंक पिछले कई दिनों से बना हुआ था। गुलदार ने इससे पूर्व तीन अलग-अलग लोगों पर हमला कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया।
लगातार बढ़ते खतरे को देखते हुए वन विभाग ने निगम की गौशाला के पास पिंजरा लगाया। शनिवार सुबह राहत भरी खबर आई कि आतंक मचाने वाला गुलदार पिंजरे में कैद हो गया है।
गुलदार के पकड़े जाने से स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली। मेयर आरती भंडारी ने समय रहते डीएफओ पौड़ी से संपर्क कर पिंजरा लगाने का आग्रह किया था, जिससे कार्रवाई सफल हुई।
मेयर आरती भंडारी ने कहा “हमारे शहर की सुरक्षा सर्वोपरि है। गुलदार के पकड़े जाने से जरूर राहत मिली है, लेकिन सावधानी अभी भी ज़रूरी है। सभी शहरवासी सतर्क रहें और वन विभाग के दिशा-निर्देशों का पालन करें।”

इससे पूर्व कर चुका तीन हमले
पहली घटना जब उफाल्डा निवासी रोबिन कैतूरा पर गुलदार ने इवनिंग वॉक के दौरान हमला किया। गंभीर रूप से घायल रोबिन को बेस हॉस्पिटल श्रीकोट में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत अब स्थिर है।
वहीं दूसरे दिन, करीब साढ़े छह बजे एक और घटना हुई, जब आंचल डेयरी निवासी 39 वर्षीय जयदेव सिंह रावत पर गुलदार ने अचानक हमला किया। साहस और आसपास मौजूद युवाओं की मदद से उन्होंने अपनी जान बचाई, लेकिन उनके गले, पीठ और छाती पर गहरे घाव आए। उनका इलाज उप जिला चिकित्सालय में जारी है।
वहीं तीसरी घटना मंगलवार, 29 जुलाई की है जब सुबह 32 वर्षीय संदीप कुमार (निवासी रुड़की, हरिद्वार) शौच के लिए निकले थे। रास्ते में झाड़ियों में छिपे गुलदार ने उन पर झपट्टा मारा। स्थानीय लोग तुरंत उन्हें अस्पताल ले गए। गहरे पंजों के घाव और भारी रक्तस्राव के कारण हालत गंभीर बनी हुई थी।
वन विभाग और नगर निगम की अपील
गुलदार के पिंजरे में कैद होने के बावजूद वन विभाग और नगर निगम ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है। खासतौर पर सुबह और शाम के समय अकेले टहलने से बचने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना देने की सलाह दी गई है।
Leave a Reply