दुनिया की सबसे कठिन रेस ‘बैडवॉटर 135’ पूरी कर भारत का किया नाम रोशन
राजस्थान के नागौर जिले के जैजासनी गांव के रहने वाले नौसेना अधिकारी रामरतन जाट ने अमेरिका की डेथ वैली में हुई दुनिया की सबसे कठिन अल्ट्रा मैराथन ‘बैडवॉटर 135’ को 34 घंटे 14 मिनट में पूरा कर भारत का मान बढ़ाया। वे इस रेस में भारत के दूसरे सबसे तेज धावक बने हैं और दुनिया में 24वें स्थान पर रहे।
इस साल इस प्रतिष्ठित रेस में भारत से दो रनर्स को चुना गया था -हरियाणा के राकेश कश्यप और राजस्थान के रामरतन जाट।
राकेश कश्यप ने यह दौड़ 31 घंटे 24 मिनट में पूरी कर 19वें स्थान पर रहे, वहीं रामरतन 34 घंटे 14 मिनट में दौड़ पूरी कर 24वें स्थान पर आए।
क्या है बैडवॉटर 135 रेस
यह रेस अमेरिका के कैलिफोर्निया में स्थित डेथ वैली जैसी बेहद गर्म जगह पर होती है। जिसमें कि निम्न चुनौतियां होती हैं-
- कुल दूरी: 217 किमी (135 मील)
- शुरुआत: समुद्र तल से 282 फीट नीचे
- अंत: 8,360 फीट ऊंचाई तक
- तापमान: 50-55 डिग्री सेल्सियस तक
इस रेस को दुनिया की सबसे कठिन मैराथन माना जाता है, जो इंसान की मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक सहनशक्ति की चरम परीक्षा है।

3 पहाड़ चढ़कर बिना रुके दौड़े
रामरतन ने इस चुनौतीपूर्ण रेस में तीन बड़े पहाड़ चढ़ते और उतरते हुए लगातार 34 घंटे बिना रुके दौड़ पूरी की। इस दौरान तापमान 55 डिग्री तक पहुंच गया था, फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी और रेस को पूरा किया।
2024 में रामरतन ने मनाली से लेह तक की 480 किमी दौड़ को 105 घंटे 39 मिनट में पूरा कर नया कीर्तिमान बनाया था। यह रेस ‘ग्रेट हिमालयन रनिंग फेस्टिवल’ के तहत हुई थी और वे इस कठिनतम दौड़ को सबसे कम समय में पूरा करने वाले पहले भारतीय बने थे।
रामरतन की इस उपलब्धि से उनके गांव और पूरे नागौर जिले में खुशी की लहर है। परिवार, रिश्तेदार, ग्रामीण और जनप्रतिनिधियों ने उन्हें शुभकामनाएं दी हैं। सोशल मीडिया पर भी लोग उनकी तारीफ कर रहे हैं।

Leave a Reply