23 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले में 28 निर्दोष पर्यटकों की मृत्यु हो गई और 17 अन्य घायल हुए।
इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान-आधारित आतंकी संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने ली, जिससे पूरे देश में आक्रोश की लहर दौड़ गई।
केंद्र सरकार के सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह र रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह इसके लिए सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से संपर्क कर रहे हैं।
बुधवार को पीएम नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की अध्यक्षता में हुई सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की बैठक के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कई सख्त और अभूतपूर्व कदम उठाए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने यह स्पष्ट किया कि भारत अब आतंकवाद के विरुद्ध पूरी सख्ती से कार्य करेगा।
- सिंधु जल संधि का निलंबन: भारत ने पाकिस्तान के साथ 1960 में हुई सिंधु जल संधि को अनिश्चितकाल के लिए निलंबित कर दिया। यह संधि पाकिस्तान को झेलम, चेनाब और सिंधु नदियों का पानी मिलने की गारंटी देती थी। भारत ने कहा कि जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं करता, तब तक जल संधि को प्रभाव में नहीं लाया जाएगा।
- वाघा-अटारी सीमा बंद: भारत ने पंजाब स्थित वाघा-अटारी सीमा को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है। यह सीमा दोनों देशों के बीच मुख्य सड़क संपर्क है। इस निर्णय से न केवल यात्रा प्रभावित हुई है, बल्कि व्यापारिक गतिविधियाँ भी ठप पड़ी हैं।
- राजनयिक संबंधों में कटौती: भारत ने पाकिस्तान के साथ राजनयिक संबंधों को सीमित कर दिया है। विशेष रूप से, पाकिस्तान में तैनात भारतीय सैन्य, नौसेना और वायुसेना सलाहकारों को तत्काल प्रभाव से वापस बुलाया गया है। वहीं, पाकिस्तान के भारत स्थित सैन्य सलाहकारों को ‘अवांछित व्यक्ति’ घोषित कर देश छोड़ने का आदेश दिया गया है। यह दोनों देशों के बीच सैन्य संवाद का लगभग पूर्ण निलंबन है।
- SAARC वीजा छूट योजना का निलंबन: भारत ने पाकिस्तान के नागरिकों के लिए SAARC वीजा छूट योजना को रद्द कर दिया है। साथ ही पहले से जारी सभी वीजा भी रद्द कर दिए गए हैं। यह निर्णय देश की आंतरिक सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए लिया गया है।
- अंतरराष्ट्रीय दबाव की रणनीति: भारत अब वैश्विक मंचों पर पाकिस्तान के खिलाफ आतंकवाद प्रायोजक राष्ट्र का टैग लगाने की मुहिम चला रहा है। संयुक्त राष्ट्र, G20, और FATF जैसे मंचों पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने के प्रयास तेज किए गए हैं। भारत ने अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रतिबंधों की सिफारिश भी की है।
- आंतरिक सुरक्षा सुदृढ़: हमले के तुरंत बाद पूरे जम्मू-कश्मीर में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। सुरक्षाबलों की संख्या बढ़ाई गई है और संवेदनशील स्थानों पर कड़ी निगरानी की जा रही है। आतंकियों और उनके स्थानीय मददगारों की पहचान कर कार्रवाई की जा रही है।

हमले में अब तक 28 लोगों की मौत
बता दें कि मंगलवार दोपहर करीब 2:30 बजे पहलगाम के बैसरन मैदान में आतंकवादियों ने 28 लोगों को मार दिया। लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
सुरक्षा के लिए कैबिनेट समिति की बैठक में भारत ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि को निलंबित कर दियासाथ ही भारत में सभी पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा भी सस्पेंड कर दिया गया। इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग से रक्षा सलाहकारों को भी वापस बुला लिया गया है।
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