उत्तराखंड के टनकपुर से दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है। एपीजे अब्दुल कलाम राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज, छीनीगोठ परिसर में रविवार,07 सितम्बर को निर्माणाधीन शौचालय के सेप्टिक टैंक में दम घुटने से एक इंजीनियर समेत दो लोगों की मौत हो गई।
प्रथम दृष्टया दोनों की मौत का कारण टैंक के अंदर ऑक्सीजन की कमी और दम घुटना बताया जा रहा है। रविवार दोपहर करीब ढाई बजे निर्माणाधीन छात्रावास के शौचालय के पिट का निर्माण कार्य चल रहा था।
इस दौरान 24 वर्षीय मिस्त्री हसन पुत्र तौकीर रजा, निवासी नौगांव, तहसील बीसलपुर, जिला पीलीभीत सबसे पहले पिट में उतरा।
काफी देर तक बाहर न आने पर उसके पीछे 28 वर्षीय इंजीनियर शिवराज चौहान पुत्र प्रेम सिंह, निवासी चगेटी, भनौली दन्या, जिला अल्मोड़ा भी अंदर गए, लेकिन वे भी बाहर नहीं लौटे।
काफी देर तक दोनों के न लौटने पर साथ काम कर रहे मजदूरों ने साइट पर मौजूद दूसरे इंजीनियर को सूचना दी। इसके बाद पुलिस, फायर ब्रिगेड, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचीं।
दोनों को पिट से अचेत अवस्था में बाहर निकाला गया और अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
उक्त मामले में साथी कर्मचारियों से मिली जानकारी के अनुसार इंजीनियरिंग कॉलेज के गर्ल्स हॉस्टल के तीन सेप्टिक टैंकों को बारिश की वजह से बीते पांच माह से नहीं खोला जा सका था।
रविवार को सेफ्टिक टैंक की शटरिंग को खोला गया। उसी दौरान सेप्टिक टैंक में दोनों के घुसने की वजह से यह दुखद हादसा सामने आया।
हादसे की खबर से कॉलेज परिसर और मृतकों के परिजनों में शोक की लहर है। स्थानीय प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं।
शुरुआती जांच में दम घुटने को ही मौत का कारण माना जा रहा है। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।

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