स्वास्थ्य मंत्री ने बताया: 10 बच्चे, 17 महिलाएँ और 12 पुरुष शामिल
तमिलनाडु के करूर जिले में शनिवार शाम को टीवीके नेता विजय के प्रचार अभियान के दौरान भगदड़ मचने से कम से कम 39 लोगों की मौत हो गई।
तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री मा सुब्रमण्यन ने कहा कि मृतकों में 10 बच्चे, 17 महिलाएँ और 12 पुरुष शामिल हैं। इसके अलावा, लगभग 80 लोग घायल होकर अस्पतालों में भर्ती हैं।
प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार भगदड़ भागने के रास्ते ढूँढ़ने की होड़ और बच्चों को बचाने के प्रयास में महिलाओं के प्रयासों के कारण मची।
इसके अलावा, प्रचार स्थल पर करूर-इरोड राजमार्ग के दोनों ओर लगे होर्डिंग्स और रस्सियों ने भी स्थिति को जानलेवा बना दिया।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि भीड़ ने वी सेंथिलबालाजी को ’10 रुपये वाला मंत्री’ कहने वाले गाने के बाद अचानक घबरा गई। भगदड़ स्थल पर जुटी भीड़ सिर्फ स्थानीय नहीं थी, बल्कि थेनी, मदुरै और विरुधुनगर जिलों से भी लोग आए थे।
बचे लोगों के अनुभव
वडक्कु पलायम निवासी एस रामकुमार ने बताया, “भगदड़ जैसी स्थिति में लोगों के पास भागने का कोई रास्ता नहीं था क्योंकि सड़क के दोनों ओर रस्सियों और होर्डिंग्स लगे थे। कुछ लोग होर्डिंग्स के गिरने से घायल हो गए।”
एक जीवित बचे निर्मल ने कहा कि वे एक अधेड़ व्यक्ति को बाहर नहीं निकाल पाए क्योंकि उसका पैर दोपहिया वाहन में फंस गया था, लेकिन एक दो साल का बच्चा बच गया।
अभिन्या एस, जिन्होंने अपनी मौसी खो दी, ने कहा, “वहाँ अफरा-तफ़री मची हुई थी। हम सब बिखर गए थे। कोई भी यह पता नहीं लगा सका कि हमारे प्रियजन कहाँ हैं।”
मुख्यमंत्री और राहत घोषणाएँ
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने कहा, “राज्य के इतिहास में किसी राजनीतिक दल के कार्यक्रम में इतनी बड़ी संख्या में मौत कभी नहीं हुई। मृतकों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये और घायलों को 1 लाख रुपये मुआवजा दिया जाएगा।”
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में जांच आयोग के गठन का आदेश दिया है।
वर्तमान में लगभग 51 लोग इंटेंसिव केयर यूनिट में इलाज करा रहे हैं, जबकि कई घायलों की हालत गंभीर बताई जा रही है। भगदड़ के कारण हुई इस त्रासदी को रोकने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए अधिकारियों द्वारा कदम उठाए जा रहे हैं।

Leave a Reply