असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन की गिरफ्तारी के बाद बॉबी पंवार तलब, कई अहम सबूत जब्त
उत्तराखंड के बहुचर्चित यूकेएसएसएससी (UKSSSC) पेपर लीक मामले की जांच कर रही केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने सोमवार को उत्तराखंड बेरोजगार संघ के पूर्व अध्यक्ष बॉबी पंवार से करीब 9 घंटे तक लंबी पूछताछ की।
सीबीआई दफ्तर से बाहर निकलने के बाद बॉबी पंवार ने नकल माफियाओं के खिलाफ संघर्ष जारी रखने की बात कही।
सुमन की गिरफ्तारी के बाद बढ़ी जांच की रफ्तार
बीते 28 नवंबर को सीबीआई ने कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी खालिद के लिए पेपर हल करने वाली असिस्टेंट प्रोफेसर सुमन को गिरफ्तार किया था।
बताया जा रहा है कि सुमन के बयान के आधार पर ही सीबीआई ने बॉबी पंवार को पूछताछ के लिए बुलाया।
सीबीआई ने इस दौरान पेपर लीक से जुड़े कई महत्वपूर्ण डिजिटल और दस्तावेजी साक्ष्य भी कब्जे में ले लिए हैं।
कैसे हुआ था पेपर लीक
गौरतलब है कि 21 सितंबर 2025 को आयोजित स्नातक स्तरीय परीक्षा के दौरान प्रश्न पत्र के तीन पन्ने पहले ही बाहर आ गए थे, जिससे पूरे राज्य में हड़कंप मच गया था।
सबसे पहले बॉबी पंवार ने ही अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर प्रश्न पत्र वायरल किए थे, जिसके बाद मामला तूल पकड़ गया और छात्रों का गुस्सा सड़कों पर दिखाई दिया।
SIT से CBI तक पहुंचा मामला
पहले इस मामले की जांच एसआईटी (SIT) कर रही थी, जिसमें मुख्य आरोपी
- खालिद मलिक
- साबिया
को गिरफ्तार किया गया था।
छात्रों के व्यापक विरोध और दबाव के बाद सरकार ने यह मामला सीबीआई को सौंप दिया।
बॉबी पंवार का बड़ा बयान
पूछताछ के बाद बॉबी पंवार ने मीडिया से बातचीत में कहा:”प्रदेश की तमाम भर्तियों में बड़े पैमाने पर घोटाले हुए हैं। हमारे पास इसके पुख्ता सबूत हैं। नकल माफिया को सलाखों के पीछे भेजना जरूरी है।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि “सीबीआई फिलहाल सिर्फ एक एंगल से जांच कर रही है। अन्य पहलुओं पर भी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। कई आरोपी आज भी खुलेआम घूम रहे हैं।”
सीएम धामी पर भी साधा निशाना
बॉबी पंवार ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार को इस मामले में और अधिक सख्ती दिखानी चाहिए और दोषियों को राजनीतिक संरक्षण नहीं मिलना चाहिए।
सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई की जांच अब निर्णायक मोड़ पर है। आने वाले दिनों में इस केस में और गिरफ्तारियां संभव मानी जा रही हैं।
















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