उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी एवं उसके सहयोगीयों की ओर से आगामी 20 एवं 21 सितंबर को सरस्वती कॉन्टिनेंटल, धारानौला, अल्मोड़ा में दो दिवसीय संवाद शिविर आयोजित किया जा रहा है।
उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी ने कहा कि, आज राज्य की जनता इस सच्चाई को समझ चुकी है कि जिन दलों ने शासन-सत्ता में भागीदारी रही, उन्होंने उत्तराखंड की संवेदनशील संरचना और समाज के बुनियादी प्रश्नों की लगातार अनदेखी की है।
परिणामस्वरूप पूरा हिमालय विनाश के कगार पर पहुँच गया है। खेती चौपट हो चुकी है, पूँजीपति माफियाओं का आतंक व्याप्त है, स्वास्थ्य और शिक्षा व्यवस्था चरमरा गई है, बेरोजगारी और महँगाई से जनता त्रस्त है।
विकास के नाम पर हो रहा यह विनाश अब असहनीय हो चुका है।

गाँव खाली हो रहे हैं, पंचायत चुनावों में सरकारों के संरक्षण में हो रही गुंडागर्दी और मनमानी की घटनाओं ने साबित कर दिया है कि अब स्थितियां असहय हो गई है।
केंद्रीय अध्यक्ष ने बताया कि इस संवाद शिविर में जल–जंगल–ज़मीन, रोजगार, शिक्षा, संस्कृति और राज्य के मौजूदा संकटों पर निरंतर काम कर रहे सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ता, पत्रकार बुद्धिजीवी भी हिस्सा लेंगे।
इस अवसर पर जनकवि बल्ली सिंह चीमा, उपपा के केंद्रीय प्रधान महासचिव प्रभात ध्यानी, महासचिव, नरेश नौड़ियाल सहित उत्तराखंड के आर्थिक-सामाजिक- राजनीतिक सांस्कृतिक क्षेत्र से जुड़े कई कार्यकर्ता और साथी शामिल होंगे।
शिविर का उद्घाटन शनिवार, 20 सितंबर को प्रातः 11 बजे होगा, जो 21 सितंबर तक जारी रहेगा।
कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में बैठक हुई जिसकी अध्यक्षता केंद्रीय उपाध्यक्ष नारायण राम ने की।
बैठक में तय किया गया कि कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पार्टी के कार्यकर्ता एवं सहयोगी मिलकर काम करने,और आम जनता से से सहयोग की अपील की गई।
बैठक में किरण आर्या, गोपाल राम, वसीम अहमद, मोहम्मद साक़िब, राजू गिरी, पूजा तथा पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सहित विभिन्न पदाधिकारी उपस्थित रहे।

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