नेटवर्क समस्या, प्रवास और बुजुर्गों की दिक्कतों को देखते हुए विभाग को निर्देश
30 नवंबर की डेडलाइन के बाद भी राशन जारी रहेगा
उत्तराखंड में राशन कार्ड धारकों के लिए ई-KYC की प्रक्रिया लंबे समय से चल रही है, लेकिन राज्य के कई दूरस्थ इलाकों में भूगोल और नेटवर्क कनेक्टिविटी की समस्याओं के कारण भारी संख्या में लाभार्थी ई-KYC नहीं कर पा रहे हैं।
इन परिस्थितियों को देखते हुए खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री रेखा आर्या ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि ई-KYC न होने पर भी किसी का राशन नहीं रोका जाएगा।
ई-KYC में मुश्किलें:
- फिंगरप्रिंट और रेटिना स्कैन आधारित ई-KYC प्रक्रिया पहाड़ी क्षेत्रों में धीमी
- कई गांवों में नेटवर्क कमजोर
- बड़ी संख्या में लोग आजीविका के कारण घर से बाहर—स्कैन नहीं हो पा रहा
- अत्यंत बुजुर्ग और गंभीर मरीजों की भी ई-KYC अधूरी
मंत्री रेखा आर्या ने क्षेत्र भ्रमण के दौरान लोगों की इन वास्तविक समस्याओं को समझा, जिसके बाद विभाग को तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए।
विभाग ने सभी जिलों को जारी किया आदेश
खाद्य आपूर्ति विभाग ने शनिवार को सभी जिला पूर्ति अधिकारियों को निर्देश भेजे:
- ई-KYC न होने पर भी किसी का राशन नहीं रुकेगा
- लाभार्थियों को अतिरिक्त समय दिया जाए
- राशन वितरण में कोई बाधा न आने दी जाए
- राशन विक्रेताओं के बकाया लाभांश का भुगतान 3 दिनों के भीतर किया जाए
केंद्र सरकार द्वारा 30 नवंबर को निर्धारित अंतिम तिथि होने के बावजूद राज्य ने मानविय आधार पर राहत देने का निर्णय लिया है।
लोगों की मुख्य शिकायतें
मंत्री रेखा आर्या के अनुसार आम लोगों ने बताया:
- ज्यादातर परिवारों के मुखिया बाहर रहते हैं, फिंगर स्कैन नहीं हो पा रहा
- नेटवर्क कनेक्टिविटी कई जगह लगभग शून्य
- बुजुर्गों और गंभीर रोगियों के लिए स्कैनिंग संभव नहीं
- लोग इस चिंता में थे कि 30 नवंबर के बाद राशन बंद न हो जाए
इन्हीं समस्याओं के आधार पर राहत संबंधी आदेश जारी किए गए।
लाभार्थियों को क्या करना होगा
- जिनकी ई-KYC नहीं हुई है—उन्हें समय दिया जाएगा
- राशन निर्बाध जारी रहेगा
- बीएलओ और पूर्ति विभाग द्वारा आगे भी कैंप लगाए जाएंगे
















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