पाकिस्तान एयरफोर्स के JF-17 फाइटर जेट्स ने 21-22 सितंबर की रात खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के मत्रे दारा गांव पर एयरस्ट्राइक की, जिसमें कम से कम 30 नागरिकों की मौत हो गई।
मरने वालों में अधिकांश महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह हमला पाकिस्तान के आतंकवाद-रोधी अभियानों के तहत किया गया था, जिसमें आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया गया था।
हमले का विवरण
रात करीब 2 बजे, पाकिस्तान एयरफोर्स के JF-17 फाइटर जेट्स ने मत्रे दारा गांव पर आठ LS-6 बम गिराए। इस हमले में गांव का एक बड़ा हिस्सा नष्ट हो गया और कई घर पूरी तरह से ध्वस्त हो गए।
स्थानीय निवासियों और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बमबारी इतनी तेज थी कि गांव का एक बड़ा हिस्सा पूरी तरह से तबाह हो गया है। बमबारी के बाद मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका है।
स्थानीय लोग अपने स्तर पर बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। घायलों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पतालों में ले जाया जा रहा है।
स्थानीय निवासियों और प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि रात में गांव में लोग जब सो रहे थे, तभी तेज धमाकों की आवाज सुनाई दी। बमबारी इतनी तेज थी कि गांव का एक बड़ा हिस्सा पूरी तरह से तबाह हो गया है।
स्थानीय लोग अपने स्तर पर बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। घायलों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पतालों में ले जाया जा रहा है।
आतंकवादी गतिविधियों का संदर्भ
इस हमले के संदर्भ में, खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में पहले भी कई आतंकवाद-रोधी अभियान चलाए जा चुके हैं, जिनमें कई नागरिकों की मौत की खबरें आई हैं।
इस साल की शुरुआत में, जून में, अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन ‘एमनेस्टी इंटरनेशनल’ ने कहा था कि खैबर पख्तूनख्वा में बार-बार होने वाले ड्रोन हमले पाकिस्तान में नागरिक जीवन के प्रति खतरा पैदा कर रहे हैं।

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