भीरी-डमार मोटर सड़क को मंदाकिनी नदी पर पुल का इंतजार
भीरी-डमार मोटर मार्ग पर मन्दाकिनी नदी पर पुल निर्माण की मांग को लेकर डमार गांव के ग्रामीणों का आन्दोलन दूसरे दिन भी जारी रहा।
ग्रामीणों के आन्दोलन को विभिन्न गांव के ग्रामीणों व जनप्रतिनिधियों द्वारा अपना समर्थन दिया जा रहा है, साथ ही ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि समय रहते भीरी-डमार मोटर मार्ग पर मन्दाकिनी में अधर में लटके पुल का निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ तो आन्दोलन को उग्र रूप दिया जायेगा जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन-प्रशासन व सम्बन्धित विभाग की होगी।
आन्दोलन के दूसरे दिन ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए पूर्व प्रमुख घनानंद सती ने कहा कि विभागीय लापरवाही से पुल का निर्माण कार्य अधर में लटका हुआ है, जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है।
निवर्तमान प्रधान भीरी हरि कृष्ण गोस्वामी ने कहा कि एक तरफ प्रदेश सरकार ग्रामीणों को डबल इंजन की सरकार का प्रलोभन देकर चहुंमुखी विकास का वादा कर रही है, वहीं दूसरी ओर पुल का निर्माण कार्य महीनों से अधर में लटकने के कारण प्रदेश सरकार व सम्बन्धित विभाग की कार्य प्रणाली सवालों के घेरे में आ गयी है।
निवर्तमान प्रधान बरम्वाडी अनूप रावत ने कहा कि शासन-प्रशासन व पीएमजीएसवाई विभाग को बार-बार अवगत कराने के बाद भी कोई ग्रामीणों की सुध लेने को राजी नहीं है।
मोटर मार्ग संघर्ष समिति अध्यक्ष जगमोहन सिंह भण्डारी ने कहा कि यदि समय रहते ग्रामीणों की मांग पर अमल करते हुए निर्माणाधीन पुल का निर्माण कार्य पूरा नहीं किया गया तो आन्दोलन को व्यापक रूप दिया जायेगा तथा ग्रामीण भूख हड़ताल व चक्काजाम के लिए विवश हो जायेगे जिसकी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन व सम्बन्धित विभाग की होगी।
भीमसेन टैक्सी यूनियन अध्यक्ष भीरी रहिश अहमद ने कहा कि पुल का निर्माण कार्य अधर में लटकने से ग्रामीण यातायात सुविधा से वंचित हैं।
इस मौके पर निवर्तमान प्रधान गुड्डी देवी, सचिव रघुवीर सिंह नेगी, पवन भण्डारी, गिरीश चौहान, किशोर बिष्ट, दिगम्बर रावत, स्वामी गुलाब, भारती, बृजलाल, रमेश चन्द्र सेमवाल, महिपाल रौथाण, संजय रौथाण, भवान सिंह, रश्मि रावत, अनीता चौहान, सीता देवी, विनीता चौहान, प्रमिला देवी, भागीरथी देवी, रजनी देवी, संजय बिष्ट, योगेन्द्र चौहान, सुदर्शन चौहान, गोपाल सिंह चौहान, पी डी सेमवाल, मदन सिंह चौहान मौजूद रहे।