उत्तराखण्ड के श्रीनगर गढ़वाल में आरएसएस तथा उसके आनुसंगिक संगठन एबीवीपी ने किताब कौथिग जैसे वृहद् आयोजन को असफल करने के लिए तानाशाही पूर्ण रवैया अपनाकर 15-16 फरवरी को आयोजित किताब कौथिग कार्यक्रम को स्थगित करवा ही दिया।
मंगलवार, 11 फरवरी को आयोजकों ने प्रेस के समक्ष कार्यक्रम स्थगित करने की घोषणा कर दी। वहीं दूसरी ओर यू-ट्यूब पर 42 लाख से अधिक सब्सक्राइबर रखने वाला टैडेक्स टॉक किताब कौथिग के मुख्य आयोजक हेम पंत की जुबानी पूरी दुनिया को यह बताता है कि आखिर उत्तराखण्ड में 12 स्थानों पर आयोजित हो चुका किताब कौथिग किस रचनात्मक पृष्ठभूमि तथा शिक्षा के मूल मंत्र के साथ आगे बढ़ा है।
टैडेक्स टॉक पर हेम पंत को सुनकर आप सब भी अंदाजा लगाइए कि श्रीनगर गढ़वाल में किताब कौथिग को स्थगित कराए जाने से नुकसान आखिर किस-किस का हुआ है।
हालांकि, नगर निगम की नवनिर्वाचित मेयर आरती भण्डारी ने इस आयोजन की भूरि- भूरि प्रशंसा करते हुए किताब कौथिग के आयोजको को आश्वासन दिया है कि वे इस आयोजन को श्रीनगर गढ़वाल में कराने के लिए प्रतिबद्ध रहेगी।
श्रीनगर के प्रथम नागरिक की यह अभिव्यक्ति अंधेरे में रोशनी की किरण को प्रशस्त करती है। उम्मीद की जानी चाहिए कि श्रीनगर महापौर आरती भण्डारी के हस्तक्षेप से श्रीनगर गढ़वाल में भव्य किताब कौथिग का आयोजन शीघ्र होगा।