केदारघाटी और केदारनाथ को जोड़ने वाले रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग पर कुंड में मंदाकिनी नदी पर 70 मीटर स्पान का बैली ब्रिज बनकर तैयार हो गया है।
यह बैली ब्रिज कुंड में मंदाकिनी नदी पर 70 मीटर स्पान का बनाया गया है। जो अब बनकर तैयार हो गया है। जिसके बाद यहां वाहनों के संचालन का ट्रायल भी किया गया।
एनएच के विशेषज्ञों की मौजूदगी में इस पुल से वाहन संचालन का ट्रायल किया गया है। जो सफल रहा है। अब यात्राकाल में इसी पुल से वाहनों का संचालन किया जाएगा। भारतीय सेना के विशेष सहयोग से यह बैली ब्रिज बनाया गया है।
बीते वर्ष जुलाई में कुंड में मंदाकिनी नदी पर निर्मित 48 मी. स्पान के स्टील गार्डर पुल के एक पिलर की बुनियाद खोखली हो गई थी, जिस कारण पुल से छोटे-बड़े वाहनों का संचालन रोक दिया गया था।
तब, वाहनों का संचालन कुंड-चुन्नी बैंड-विद्यापीठ मोटर मार्ग से गुप्तकाशी होते हुए किया गया था। वहीं लोनिवि ने यात्रियों की सुविधा के लिए कुंड में मंदाकिनी नदी पर इसी पुल के बराबर में 70 मीटर लंबा बैली ब्रिज का निर्माण शुरू किया था जो अब बनकर तैयार हो गया है।
राष्ट्रीय राजमार्ग की मरम्मत शुरू
आगामी केदारनाथ यात्रा मई पहले सप्ताह से शुरू होने की उम्मीद है। यात्रा की तैयारियों को लेकर राष्ट्रीय राजमार्ग निर्माण खंड ने राजमार्ग पर पैच भरने का काम शुरू कर दिया है।
कुंड से भीरी के बीच सड़क पर पड़े गड्ढों का भरान कर उन्हें डामर से ठीक किया जा रहा है। साथ ही मलबा हटाने के साथ अन्य छोटे-छोटे कार्य पूरे किए जा रहे हैं।
विभागीय अधिकारियों का कहना है कि ऑलवेदर रोड परियोजना के तहत हाईवे का चौड़ीकरण कार्य कर रहीं कंपनियों ने सुधारीकरण के लिए अपने-अपने प्रस्ताव सौंप दिए हैं।