त्योहारों पर श्रीनगर के गोला बाजार की रौनक अलग ही रहती। गोला बाजार पहुंचते ही हर व्यक्ति को यह अहसास होता कि अब फलां त्योहार सन्निकट है।
रक्षा बन्धन हो, होली, दिवाली, स्वतंत्रता दिवस या गणतंत्र दिवस ऐतिहासिक गोला बाजार अपनी धमक में होता। सबसे जुदां यह कि श्रीनगर की सामाजिक तथा धार्मिक समरसता का प्रतीक गोला बाजार हर धर्म, हर क्षेत्र तथा हर जाति के लिए खुशियां बटोर कर ले आता। क्योंकि विभिन्न वर्ग के लोगों की दुकानें यहां सजी हुई मिलती।
मंगलवार को श्रीनगर नगर निगम की पहली बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि अब ये दुकानें गोला बाजार में न लगकर रामलीला मैदान में सजेंगी।
रामलीला कमेटी अध्यक्ष बोलेः सबसे पूछकर ही होगा निर्णय
बोर्ड बैठक में मेयर आरती भंडारी ने बहुगुणा मार्ग के समीप रामलीला मैदान की भूमि के निचले हिस्से में स्थानीय बेरोजगारों के लिए सब्जी बाजार स्थापित करने, उसके ऊपरी मंजिल पर सभागार बनाने का प्रस्ताव रखा।
उनके इस निणर्य पर वार्ड 14 के सभासद तथा रामलीला कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्रमणि मिश्रा ने कहा कि रामलीला मैदान की भूमि का किसी अन्य उपयोग करने से पूर्व दानदाताओं के परिजनों से वार्ता तथा समस्त रामलीला कमेटी से बैठक करना अनिवार्य होगा। इसलिए इस प्रस्ताव पर त्वरित कोई निर्णय नहीं लिया जा सकता।