विनोद कापड़ी की फिल्म ‘पायर’को एशियन सिनेमा कॉम्पिटिशन में ‘पायर’ अवॉर्ड मिला है। फिल्म निर्माता विनोद कापड़ी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्वीटर पर वीडियो साझा कर यह खुशी जताई। बता दें कि, बीतें चार माह में यह फिल्म तीसरा सम्मान जीत चुकी है।
इससे पूर्व पायर फिल्म को ‘बेस्ट फिल्म ऑडियंस अवॉर्ड’ और बेंगलुरू इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में ‘ओपनिंग फिल्म’ सम्मान से नवाजा गया था।
पायर की कहानी हिमालय के एक सुदूर गांव में रहने वाले बुजुर्ग दंपति पद्म सिंह और हीरा देवी के इर्द-गिर्द घूमती है। गांव के अधिकतर लोग पलायन कर चुके हैं, जिससे उन्हें अपने अंतिम संस्कार की चिंता सताने लगती है।
इसी बीच उन्हें एक रहस्यमयी पत्र मिलता है, जिससे उनकी जिंदगी बदल जाती है। फिल्म का प्रीमियर तेलिन ब्लैक नाइट्स इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में भी हुआ था।
सच्ची कहानी से प्रेरित है ‘पायर’
फिल्म पायर सच्ची घटना पर आधारित है, जो निर्देशक विनोद कापड़ी को 2017 में मुनस्यारी के एक गांव में मिले एक बुजुर्ग दंपति की कहानी से प्रेरित है। उत्तराखंड में पलायन के चलते वीरान हो चुके गांवों की पृष्ठभूमि में यह दंपति अपनी अंतिम यात्रा के बारे में सोचकर परेशान है, क्योंकि पहाड़ों में पलायन के कारण अंतिम यात्रा के लिए चार कंधे भी नहीं मिल पाने की समस्या उत्पन्न हो गई है।
इसलिए वह पहले से ही अपनी चिता तैयार किए बैठे हैं। उनके बीच के प्रेम ने विनोद कापड़ी को इतना प्रभावित किया कि उन्होंने इस पर फिल्म बनाने का निश्चय किया।