उत्तराखंड के पंचकेदारों में से एक मदमहेश्वर धाम के कपाट 21 मई को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। इससे पहले ओंकारेश्वर मंदिर, उखीमठ में कपाट खोलने की विधि-विधानपूर्वक प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
मंदिर समिति और पुजारियों की देखरेख में सभी धार्मिक रस्में निभाई जा रही हैं, ताकि मदमहेश्वर यात्रा निर्विघ्न रूप से सम्पन्न हो सके।
मदमहेश्वर धाम, जो समुद्र तल से करीब 3,289 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, हर वर्ष शीतकाल के दौरान बंद कर दिया जाता है और इसके कपाट गर्मियों में दोबारा खोले जाते हैं।
ओंकारेश्वर मंदिर में भगवान शिव की चल विग्रह डोली की पूजा के साथ धाम की यात्रा का शुभारंभ होता है। डोली यात्रा विभिन्न गांवों से होकर गुजरेगी और 21 मई को मदमहेश्वर धाम पहुंचने पर कपाट खोलने की रस्म पूरी की जाएगी।
मंदिर समिति के अनुसार, इस वर्ष कपाट खुलने की तैयारियों को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। श्रद्धालुओं की सुविधाओं, स्वास्थ्य सेवाओं, रास्ते की सफाई, और आपदा प्रबंधन जैसी व्यवस्थाओं को भी अंतिम रूप दिया जा रहा है।
हर साल हज़ारों श्रद्धालु कठिन पैदल यात्रा कर भगवान शिव के दिव्य रूप के दर्शन करने मदमहेश्वर धाम पहुंचते हैं। कपाट खुलने की इस प्रक्रिया को धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है।
