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वाशिंगटन सुंदर को ‘इम्पैक्ट प्लेयर ऑफ द सीरीज’ का अवॉर्ड

गिल और ब्रूक बने प्लेयर ऑफ द सीरीज

भारत और इंग्लैंड के बीच 2025 में खेली गई पांच टेस्ट मैचों की रोमांचक सीरीज (एंडरसन-टेंडुलकर ट्रॉफी) 2-2 की बराबरी के साथ समाप्त हुई।

इस सीरीज का अंतिम और निर्णायक टेस्ट द ओवल में खेला गया, जहां भारत ने छह रनों की रोमांचक जीत हासिल कर सीरीज को ड्रॉ कर दिया।

इस जीत के बाद भारतीय ड्रेसिंग रूम में 25 वर्षीय ऑलराउंडर वाशिंगटन सुंदर को ‘इम्पैक्ट प्लेयर ऑफ द सीरीज’ का पुरस्कार दिया गया।

वाशिंगटन सुंदर की ऑलराउंडर परफॉर्मेंस

वाशिंगटन सुंदर ने सीरीज के पहले टेस्ट में भले ही मौका न पाया हो, लेकिन बाकी चार टेस्ट मैचों में उन्होंने अपने ऑलराउंड प्रदर्शन से सभी का ध्यान खींचा।

उन्होंने आठ पारियों में 47.33 की औसत से 284 रन बनाए, जिसमें एक शतक और एक अर्धशतक शामिल रहा। उनकी बल्लेबाजी का सबसे यादगार पल पांचवें टेस्ट में आया, जब उन्होंने दूसरी पारी में 53 रनों की तेजतर्रार पारी खेली, जिसमें चार चौके और चार छक्के शामिल थे।

इस पारी ने भारत को 396 रनों तक पहुंचाने में मदद की, जिससे इंग्लैंड के सामने 374 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य रखा गया। इसके अलावा, सुंदर ने गेंद से भी सात विकेट लिए, जिसमें लॉर्ड्स टेस्ट में चार विकेट उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा।

‘प्लेयर ऑफ द मैच’ बने मोहम्मद सिराज

पांचवें टेस्ट में तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने कुल नौ विकेट (पहली पारी में 4/86 और दूसरी पारी में 5/104) लिए। अंतिम दिन उनकी शानदार गेंदबाजी ने इंग्लैंड को 367 रनों पर समेट दिया, जो 374 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रहा था।

सिराज ने अपनी इस उपलब्धि के लिए ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ का पुरस्कार जीता। उन्होंने सीरीज में कुल 23 विकेट लिए, जो किसी भी गेंदबाज द्वारा इस सीरीज में सबसे ज्यादा थे।

सिराज ने अपनी सफलता का राज बताते हुए कहा, “मैच से पहले मैंने अपने फोन पर ‘बिलीव’ का वॉलपेपर लगाया और खुद से कहा कि मैं गेम चेंज करूंगा।”

शुभमन गिल और हैरी ब्रूक को ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’

भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने इस सीरीज में बल्ले से जबरदस्त प्रदर्शन किया और 10 पारियों में 75.40 की औसत से 754 रन बनाए, जिसमें चार शतक शामिल थे। उनकी कप्तानी और बल्लेबाजी ने भारत को कई मौको पर मुश्किल परिस्थितियों से निकाला।

गिल ने एजबेस्टन टेस्ट में 269 रनों की ऐतिहासिक पारी खेली, जो किसी भारतीय कप्तान द्वारा विदेशी जमीन पर सर्वोच्च स्कोर है। दूसरी ओर, इंग्लैंड के युवा बल्लेबाज हैरी ब्रूक ने 481 रन बनाए, जिसमें एक शतक शामिल था। दोनों को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ का पुरस्कार दिया गया।

यह पुरस्कार दोनों टीमों के कोच द्वारा चुना गया, जिसमें भारतीय कोच गौतम गंभीर ने ब्रूक को और इंग्लैंड के कोच ब्रेंडन मैकुलम ने गिल को चुना।

https://regionalreporter.in/the-havoc-of-dharali-disaster/
https://youtu.be/9QW0uH_UIwI?si=TlvqJN5PANmylX5W
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