सड़क संपर्क बहाल करने के लिए तीन दिन का समय
उत्तरकाशी के धराली और हर्षिल में बादल फटने और भारी बारिश के बाद हुए भूस्खलन ने सड़क संपर्क को पूरी तरह से बाधित कर दिया था। हालांकि, सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल रघु श्रीनिवासन ने कहा है कि अगले तीन दिनों में हर्षिल तक सड़क खोलकर संपर्क बहाल कर लिया जाएगा। बचाव कार्यों में सेना और बीआरओ की टीमें सक्रिय रूप से काम कर रही हैं।
सड़क संपर्क बहाल होने के बाद उम्मीदें
जनरल श्रीनिवासन ने बताया कि धराली और हर्षिल तक की सड़क 96 किलोमीटर लंबी है और इस रूट में चार बड़े भूस्खलन बिंदु हैं, साथ ही एक पुल भी पूरी तरह से नष्ट हो चुका है। इसके बावजूद, बीआरओ के कर्मचारी लगातार इस मार्ग को बहाल करने में जुटे हुए हैं और उम्मीद जताई जा रही है कि कुछ ही घंटों में संपर्क स्थापित हो जाएगा।
एक बार सड़क संपर्क बहाल होने के बाद, एक दिन के भीतर पुल के निर्माण का कार्य भी शुरू किया जाएगा। इस बीच, सड़क के पानी में डूबे हिस्सों के लिए बीआरओ के पास दो विकल्प हैं – पुराने रास्ते को बहाल करना या नया रास्ता बनाना।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का बयान
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने भटवाड़ी के आखिरी संपर्क मार्ग पर पहुंचकर राज्य सरकार और प्रशासन की आलोचना की। उन्होंने कहा कि राहत कार्यों के नाम पर सरकार केवल झूठे दावे कर रही है।
माहरा ने आरोप लगाया कि सेना और आईटीबीपी के जवान अपनी जान जोखिम में डालकर काम कर रहे हैं, जबकि सरकार की ओर से राहत कार्यों में देरी हो रही है। इसके अलावा, नेटवर्क बाधित होने के कारण लोगों के अपने परिवार से संपर्क नहीं हो पा रहा है, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई है।
हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
उत्तरकाशी में फंसे लोगों को चिनूक हेलिकॉप्टर द्वारा पहली बार में 29 और दूसरी बार में 10 लोगों को जौलीग्रांट लाया गया। अभी कुछ और लोगों को लाए जाने की संभावना है।
सके बाद उनका मेडिकल चेकअप किया गया और प्रशासन, पुलिस, सेना, और एनडीआरएफ की टीमें उनका स्वागत करने के लिए एयरपोर्ट पर मौजूद थीं। इन लोगों को आगे के लिए बसों के माध्यम से रवाना किया जाएगा।
पहाड़ काटकर रास्ता बनाने की प्रक्रिया
मनारी से धराली जाने वाली सड़क मार्ग के कुछ हिस्से में भारी भूस्खलन के बाद रास्ता नदी में समा गया था। तीन दिन से पहाड़ काटकर सड़क मार्ग को बहाल करने का काम लगातार जारी है। अधिकारियों का कहना है कि अगले 24 घंटों में इस रास्ते पर यातायात शुरू किया जा सकेगा।
धराली और हर्षिल की सड़क की स्थिति गंभीर होने के बावजूद, राहत और बचाव कार्यों में तेजी लाने के लिए प्रशासन ने कई नई रणनीतियां अपनाई हैं। इन कार्यों में बीआरओ के अलावा अन्य सरकारी एजेंसियां भी सक्रिय रूप से शामिल हैं। प्रशासन का कहना है कि संपर्क बहाल होने के बाद, इस क्षेत्र में जीवन सामान्य करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
उत्तरकाशी के दूरदराज क्षेत्रों में अभी भी मौसम की वजह से कई मुश्किलें बनी हुई हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से राहत कार्यों को गति देने के प्रयास लगातार जारी हैं।

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