उत्तराखंड के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने नई शिक्षा नीति-2020 (NEP-2020) के तहत छात्रों को अपनी पसंद के विषय चुनने का विकल्प देने की घोषणा की है।
इसके साथ ही छात्रों को मल्टीपल एंट्री और एक्जिट की सुविधा भी मिलेगी, जिससे उन्हें अपनी शिक्षा और करियर को लचीले ढंग से आगे बढ़ाने का अवसर मिलेगा।
डॉ. रावत की अध्यक्षता में सचिवालय स्थित सभागार में नई शिक्षा नीति-2020 के तहत गठित टास्क फोर्स की बैठक हुई। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किए गए।
सभी शिक्षण संस्थानों को नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क के तहत पाठ्यक्रम तैयार कर लागू करने के निर्देश दिए गए, ताकि शिक्षा में गुणवत्ता और मानकीकरण सुनिश्चित किया जा सके।
तकनीकी और पारंपरिक ज्ञान का समावेश
मंत्री ने बताया कि पाठ्यक्रम में आधुनिक तकनीकी विषयों को शामिल किया जाएगा, जिनमें ईवी तकनीकी, आईओटी, एसआई, डेटा एनालिसिस, इमर्जिंग टेक, एंटरप्रेन्योरशिप और न्यू वेंचर क्रिएशन शामिल हैं।
इसके साथ ही भारतीय परंपरागत ज्ञान जैसे ज्योतिष विज्ञान, आयुष विज्ञान, योग विज्ञान, वास्तु विज्ञान, कृषि, वानिकी और औद्यानिकी को भी पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा।
नोडल विभाग की प्रस्तुति
उच्च शिक्षा विभाग ने NEP-2020 को लेकर नेशनल क्रेडिट फ्रेमवर्क, बहुविषयक विकल्प, कौशल संवर्धन, डिजिटल इनिशिएटिव, ग्रेडेड ऑटोनॉमी, अकादमिक शोध, गुणवत्ता और प्रशिक्षण, भारतीय ज्ञान व्यवस्था, एकेडमिया-इंडस्ट्री सहयोग और ओपन/डिस्टेंस लर्निंग जैसे विषयों पर विस्तृत प्रस्तुति दी।
इसका उद्देश्य छात्रों को बहुआयामी शिक्षा के साथ आधुनिक तकनीकी और भारतीय ज्ञान का संतुलित समावेश प्रदान करना है।

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