गढ़वाल विश्वविद्यालय के पर्यटन विभाग में आयोजित हुआ कार्यक्रम
हेमवती नंदन गढ़वाल विश्वविद्यालय के चौरास परिसर में पर्यटन विभाग की ओर से ‘विश्व पर्यटन दिवस’ कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कुलपति श्री प्रकाश सिंह उपस्थित रहे। अपने संबोधन में कहा कि, इस बात का अवश्य ध्यान दिया जाना चाहिए कि, जब भी भारत देश का नक्शा और राष्ट्रीय ध्वज को उकेरा या बनाया तो उसके अंग-प्रतिअंग समुचित रूप में प्रतिबंब पा सके और फर्श पर देश का नक्शा, राष्ट्र ध्वज, सेनानियों, प्रतीक चिन्हों को न बनाया जाए।

‘सैर सलीका’
पर्यटन विभाग की ओर से ‘सैर सलीका’ अभियान की शुरूआत 2016 में की गई। वर्तमान में यह पाठ्यक्रम का भी हिस्सा है।
अध्ययन केंद्र उत्तराखंड में पर्यटन का ऐसा सलीका विकसित करना चाहता है, जिससे प्रकृति को किसी भी रूप में नुकसान न पहुंचे।
इस अभियान को भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय द्वारा बेस्ट प्रैक्टिस की श्रेणी में रखा गया है। भारत सरकार सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा भी सैर सलीका डॉक्यूमेंटेशन को उत्कृष्टता का प्रमाण पत्र प्रदान किया जा चुका है।

‘सैर सलीका’ के परियोजना अधिकारी डॉ.सर्वेश उनियाल हैं। देशभर में पर्यटन का एक आदर्श स्वरूप विकसित हो, इसके लिए विवि में पर्यटन विषय का अध्ययन कर रहे छात्र-छात्राओं को ‘सैर सलीका’ अभियान के तहत विभिन्न राज्यों का शैक्षिक भ्रमण कराया जाता है।
बेहतरीन कार्य करने के लिए ये हुए सम्मानित
- पहाड़ी पैडलर्स देहरादून
- बड्डी हैकर्स राकेश सिंह सजवान
- मोतीबाग रैबासा सांगुडा पौड़ी
- पुष्कर सिंह नेगी समन्वयक राष्ट्रीय सेवा योजना माध्यमिक शिक्षा गढ़वाल
इस मौके पर अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो.ओ. पी . गुसाईं, परिसर निदेशक प्रो. आर. एस. नेगी, प्रो. मोहन पंवार, प्रो. एम.एम. सेमवाल, लोक कला एवं संस्कृति निष्पादन केंद्र के निदेशक गणेश खुगशाल ‘गणी’ मुख्य नियंता प्रो.सती, प्रो. महेंद्र बाबू, प्रो. फर्त्याल, डॉ. राहुल बहुगुणा, डॉ. अनुराग गोयल, डॉ. मीणा, डॉ.अविनाश चमोली, डॉ.अनिल कुमार सहित विभागीय सदस्य, शोध छात्र, पर्यटन छात्र उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन अनामिका चमोली द्वारा किया गया।


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