सालों से स्वास्थ्य सुविधाओं की मांग कर रही चौखुटिया की जनता के आंदोलन को आखिरकार बड़ी सफलता मिली है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चौखुटिया का उच्चीकरण उप जिला अस्पताल के रूप में होना तय हो गया है। साथ ही तीन विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती दस दिन के भीतर करने के निर्देश दिए गए हैं।
सचिव स्वास्थ्य डॉ. आर. राजेश कुमार के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, अस्पताल के उच्चीकरण के लिए महानिदेशालय द्वारा प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा गया है और जैसे ही शासन को प्रस्ताव प्राप्त होगा, उच्चीकरण के आदेश जारी कर दिए जाएंगे।
बताया गया है कि अस्पताल में बाल रोग विशेषज्ञ, महिला रोग विशेषज्ञ और फिजिशियन की तैनाती दस दिन के भीतर कर दी जाएगी।
आंदोलन का असर
नौ दिनों से जारी ऑपरेशन स्वास्थ्य आंदोलन ने अब ठोस नतीजे देना शुरू कर दिया है।
आंदोलन में शामिल पूर्व सैनिक भुवन कठायत की हालत बिगड़ने पर उन्हें मिलिट्री हॉस्पिटल रानीखेत से हल्द्वानी हायर सेंटर रेफर किया गया है।
वहीं, अनशनकारी पार्वती मिश्रा का बीपी बढ़ने के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चौखुटिया में इलाज चल रहा है। उन्हें ले जाते समय पुलिस और प्रशासन को स्थानीय जनता के भारी विरोध का सामना करना पड़ा।
अनशन स्थल पर उमड़ा समर्थन
आंदोलन को समर्थन देने के लिए क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि, सामाजिक संगठन और पूर्व सैनिक लगातार पहुंच रहे हैं।
पूर्व विधायक महेश नेगी, भूतपूर्व सैनिक संगठन के पदाधिकारी, पंचायत प्रतिनिधि और स्थानीय लोग अनशन स्थल पर पहुंचे।
खनशर घाटी से आए डॉ. लक्ष्मण सिंह मनराल, हर सिंह असवाल, नारायण सिंह बिष्ट, और अवतार सिंह पुंडीर ने आंदोलनकारियों को संबोधित किया।
वर्तमान में चल रहा आंदोलन
भोपाल सिंह बौरा का आमरण अनशन चौथे दिन, कैलाश पालीवाल का तीसरे दिन और गोपाल गांव के ग्राम प्रधान नरेंद्र सिंह रावत ने भी आज से आमरण अनशन शुरू कर दिया है।
क्रमिक अनशन में नारायण सिंह मेहरा, रुद्र सिंह मेहरा, कुबेर सिंह कठायत, हेमा कठायत, कैलाश गैरोला, और कृपाल सिंह नायक शामिल हैं।
‘हमारा मंच, हमारी बात’ नाम से जारी बयान में आंदोलनकारियों ने कहा “राज्य बने 23 साल हो चुके हैं, लेकिन चौखुटिया की स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार से जुड़ी समस्याओं की सुध किसी भी सरकार ने नहीं ली। अब जनता का यह गुस्सा दो-चार सालों का नहीं, बल्कि सालों से ठगे और छले गए लोगों का प्रतिफल है।”

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