छात्रों ने दिखाई संसदीय कार्यप्रणाली की वास्तविक झलक, बहसों में उभरी तथ्यात्मक मजबूती
पी. जी. कॉलेज अगस्त्यमुनि में युवा संसद 2025 का सफल आयोजन उत्साहपूर्ण माहौल में सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों को भारतीय संसदीय प्रणाली, लोकतांत्रिक मूल्य, नेतृत्व क्षमता और तार्किक अभिव्यक्ति का व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना था।
सत्र में छात्रों ने जिस गंभीरता और दक्षता के साथ भूमिका निभाई, उसने वास्तविक संसद जैसा वातावरण प्रस्तुत किया।
उद्घाटन समारोह
कार्यक्रम की शुरुआत वरिष्ठ पत्रकार अनसूया प्रसाद मलासी एवं कॉलेज के प्राचार्य प्रो. के.सी. दूदपुडी़ द्वारा दीप प्रज्वलन से हुई।
मुख्य अतिथि अनसूया प्रसाद मलासी ने अपने संबोधन में कहा “युवा संसद केवल अभिव्यक्ति का मंच नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक सोच, संवाद कौशल और विवेकपूर्ण चर्चा का सशक्त प्रशिक्षण है। पक्ष और विपक्ष दोनों किसी भी राष्ट्र को मजबूत आधार प्रदान करते हैं।”
छात्रों ने निभाई जिम्मेदार भूमिकाएँ
युवा संसद में छात्रों ने विभिन्न पदों की जिम्मेदारी निभाकर संसदीय कार्यप्रणाली की बारीकियों को प्रस्तुत किया।
प्रमुख भूमिकाएँ इस प्रकार रहीं:
- प्रधानमंत्री — अंजली
- विपक्ष के नेता — अभिषेक
- लोकसभा अध्यक्ष — सृष्टि
- उपाध्यक्ष — अमित
- शिक्षा मंत्री — मोनिका
- रक्षा मंत्री — मनीषा
- महिला एवं बाल विकास मंत्री — कंचन
- आपदा प्रबंधन मंत्री — युक्ति
- गृह मंत्री — साक्षी
- कृषि मंत्री — शिवांगी
सभी छात्र सांसदों ने संसदीय भाषा और मर्यादा का पालन करते हुए गंभीर मुद्दों पर प्रभावशाली तर्क प्रस्तुत किए।
विदेश नीति, चीन व्यापार घाटा और नई शिक्षा नीति पर तीखी बहस
संसदीय सत्र के दौरान सत्ता पक्ष ने भारत की विदेश नीति की उपलब्धियाँ गिनाईं। वहीं विपक्ष ने चीन के साथ बढ़ते व्यापारिक घाटे पर सरकार से कड़े सवाल पूछे।
नई शिक्षा नीति 2020 भी बहस के केंद्र में रही।
- सत्ता पक्ष ने NEP के सकारात्मक परिणाम रखे
- विपक्ष की ओर से सांसद पल्लवी ने आँकड़ों के आधार पर नीति पर सवाल उठाए
महिला सशक्तिकरण, डेटा-आधारित तर्क और ठोस बहस
महिला एवं बाल विकास मंत्री कंचन ने सरकार की उपलब्धियाँ साझा कीं। इसके जवाब में विपक्षी सांसद प्रिया ने
- एनसीआरबी डेटा
- स्कूल ड्रॉपआउट दर
- महिलाओं से जुड़े सुरक्षा संकेतक
का हवाला देते हुए सरकार की नीतियों पर गंभीर प्रश्न उठाए।
पर्यावरण, डिजिटल इंडिया पर युवाओं की मजबूत प्रस्तुति
संसद में छात्रों ने कई प्रमुख मुद्दों पर अपनी समझ और आंकड़ों के साथ विचार रखे, जिनमें शामिल थे—
- पर्यावरण संरक्षण
- आपदा प्रबंधन
- डिजिटल इंडिया
- तकनीकी नवाचार
- महिला सुरक्षा व अधिकार
इन विषयों पर हुई चर्चाओं ने पूरे सत्र को जीवंत और ज्ञानवर्धक बनाया।
लोकसभा अध्यक्ष सृष्टि ने संसद के दिन का सत्र समाप्त घोषित किया।
इसके बाद युवा संसद के संयोजक दीपक कुमार ने मुख्य अतिथि, प्राचार्य, युवा संसद समिति, प्राध्यापकों, कर्मचारियों एवं सभी युवा सांसदों का धन्यवाद किया।
युवा संसद 2025 ने छात्रों में लोकतांत्रिक सोच, अभिव्यक्ति कौशल और नेतृत्व क्षमता को नई दिशा प्रदान की।
















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