प्रदेश में सर्दी तेज, प्रशासन अलर्ट मोड पर
उत्तराखंड शीतलहर 2025 के तहत इस सर्दी La Niña के प्रभाव से राज्य में भारी हिमपात और ठंडी हवाओं की संभावना जताई गई है।
इसके मद्देनज़र राज्य आपदा प्रबंधन ने सभी जिलों को cold wave action plan तैयार रखने के निर्देश दिए हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार पहाड़ी क्षेत्रों में तापमान में असामान्य गिरावट और मैदानों में ठंडी हवाओं के असर से जनता को अतिरिक्त सावधानी बरतनी होगी।
आपदा प्रबंधन की तैयारियाँ
- राज्य सरकार ने सभी जिलों को उत्तराखंड शीतलहर 2025 के लिए action plan तैयार करने का निर्देश दिया।
- रैन‑बसेर, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, एम्बुलेंस सेवाओं और जेसीबी/स्नो‑कटर जैसी मशीनों को standby मोड में रखने को कहा गया।
- गर्भवती महिलाओं, वृद्धों, बेसहारा लोगों और पशुओं के लिए विशेष प्रावधान सुनिश्चित किए जा रहे हैं।
- यदि किसी जिले को अतिरिक्त संसाधनों की जरूरत होगी, तो तुरंत मुहैया कराने का निर्देश है।
मौसम‑पूर्वानुमान और चेतावनी
- मौसम विशेषज्ञों ने संकेत दिया है कि उत्तराखंड में इस शीतकाल में साधारण से अधिक बर्फबारी और लंबी‑ठंडी रातों का सामना करना पड़ सकता है।
- ऊँचे पहाड़ी इलाकों में सड़कें बंद होने की संभावना है, जिससे आवाजाही प्रभावित हो सकती है।
- निवासियों से आग्रह किया गया है कि आवश्यक सामान, ईंधन और भोजन का पर्याप्त स्टॉक रखें, खासकर उन इलाकों में जहां तापमान और अधिक गिरने की संभावना है।
जनता के लिए सुरक्षा सुझाव
- पहाड़ी इलाकों की यात्रा से पहले स्थानीय मौसम अपडेट अवश्य देखें।
- घर में गर्म रखने की व्यवस्था (हीटर, अलाव, कंबल) रखें।
- बर्फबारी के समय सड़कें फिसलन‑ग्रस्त हो सकती हैं — वाहन सावधानी से चलाएँ।
- बुज़ुर्ग, बच्चे, गर्भवती महिलाएं और बीमार लोग — विशेष रूप से ठंड से बचाव करें।
- बर्फबारी होने पर रैन‑बसेरों का इस्तेमाल करें और अनावश्यक बाहर न निकलें।

















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