मशहूर फोटोग्राफर शंकर सिंह रावत का कल रात 1 मई 2024 को कोटद्वार में देहांत
नीरज नैथानी
श्रीनगर के मशहूर फोटोग्राफर शंकर सिंह रावत का कल रात 1 मई 2024 को कोटद्वार में देहांत हो गया।वे पिछले कुछ समय से कैंसर जैसे घातक रोग से संघर्ष कर रहे थे। उनके अग्रज प्रोफ़ेसर सम्पूर्ण सिंह रावत ने यह दुखद समाचार प्रेषित किया है। अंत्येष्टि आज हरिद्वार में होगी। मूल जन्म स्थान – लैन्सडौन के रहने वाले शंकर रावत जी की कर्म भूमि – लैन्सडौन और श्रीनगर रही।
जीवन में सिर्फ कार्य से सरोकार रखना उनकी मूल प्रवृत्ति रही। उन्होंने Army, college, University, marriage, political, social, sports सभी , events में शिद्दत से फोटोग्राफी की है।
इस दौरान लगभग दो दर्जन युवकों को साथ में रखकर फोटो ग्राफी में निपुण कर निजी कारोबार योग्य भी बनाया है। वे राजनीति में गहरी रुचि रखने के साथ अच्छी जानकारी भी साझा करते थे। आजीवन कांग्रेस के सच्चे, निस्वार्थ,समर्पित कार्यकर्ता रहे।
वे अपने पीछे दो उच्च शिक्षित और आत्मनिर्भर बेटों को छोड़ गये हैं।
श्रीनगर गढ़वाल में 40वर्षों से कर रहे थे फोटोग्राफी
शंकर सिंह रावत विगत चालीस वर्षों से श्रीनगर गढ़वाल में निवास करते हुए अपने सौम्य स्वभाव के कारण सभी को अत्यंत प्रिय थे। श्रीनगर गढ़वाल का संभवतः ही कोई ऐसा महत्वपूर्ण सार्वजनिक आयोजन होगा, जिसके छाया चित्रों को शंकर रावत ने अपने कैमरे में कैद न किया हो।
वह सांस्कृतिक, सामाजिक, राजनैतिक, शैक्षणिक अथवा पारिवारिक उत्सव की यादगार खूबसूरत तस्वीरों को नगरवासियों/संस्थाओं को प्रदान करते रहे हैं। हम जब जब अपनी एल्बमों को किसी परिचित को दिखाएंगे,उन्हें टटोलेंगे या किसी संस्थान की अलमारी में करीने से सजी फोटो देखेंगे, तो श्री शंकर रावत अपनी भोली मुस्कान वाले चेहरे के साथ याद आकर हमारी आंखे अवश्य ही नम कर देंगे।विडम्बना ही है कि प्रभावशाली फोटो खींचने वाले प्रिय छायाकार शंकर रावत अब हमें फोटो में ही दिखेंगे।
उनके चेहरे पर सदा मासूम मुस्कराहट तैरती रहती थी। अल्पभाषी,मृदुल वाणी,सरल सहज व्यवहार तथा आत्मीयता जैसे सद्गुणों से विभूषित शंकर रावत जी के निधन से समस्त नगरवासी दुख का अनुभव कर रहे हैं।