राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों हुआ अनावरण
भारती जोशी
संविधान दिवस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारत की शीर्ष अदालत के परिसर में डा.बीआर अंबेडकर की प्रतिमा का अनावरण किया। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद भारत के संविधान के मुख्य वास्तुकार को श्रद्धांजलि देते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संविधान दिवस पर सुप्रीम कोर्ट के परिसर में डा.बीआर अंबेडकर की एक प्रतिमा का अनावरण किया।
समारोह के दौरान भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़, केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल भी मौजूद थे। सुप्रीम कोर्ट परिसर के सामने लॉन और बगीचे में स्थित राजसी तीन फुट ऊंचे आधार पर 7 फुट ऊंची प्रतिमा में वकील के गाउन में सजे हुए डा.अंबेडकर हाथ में संविधान की एक प्रति पकड़े हुए हैं। इस मूर्ति के निर्माण का कार्य जाने-माने अंतरराष्ट्रीय शिल्पकार नरेश कुमावत को दिया गया था।
उच्चतम न्यायालय परिसर में प्रतिमा स्थापित करने का निर्णय बाबासाहेब अंबेडकर लॉयर्स फॉर सोशल जस्टिस समूह के वकीलों द्वारा लगातार किया गया था। पिछले साल दिसंबर में, उन्होंने मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ को एक पत्र भी सौंपा था, जिसमें डॉ.बी.आर.अंबेडकर की मूर्ति स्थापित करने की मांग की गई थी।
इसके बाद, सितंबर 2023 में, सुप्रीम कोर्ट आर्गुइंग काउंसिल एसोसिएशन (एससीएसीए)ं ने भी प्रतिमा की स्थापना के आह्वान को दोहराते हुए एक अभ्यावेदन प्रस्तुत किया। उनके प्रतिनिधित्व ने डा.अम्बेडकर की विरासत को मान्यता देने की वकालत करने वाली सामूहिक आवाज को और अधिक वजन दिया।