रविवार, 29 सितम्बर को पौड़ी तहसील चौकीसैंण के ग्राम मरखोला की एक महिला पर गुलदार ने हमला कर घायल कर दिया। ग्रामीणों ने अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र चाकीसैंण में घायल महिला को भर्ती कराया। उपचार के बाद महिला को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है।
जानकारी के मुताबिक, मरखोला गांव की दीपा देवी, पत्नी कमल सिंह गांव के समीप जंगल में घास लेने गई थी। जहां घात लगाए गुलदार ने उन पर हमला कर दिया। महिला के शोर मचाने पर गुलदार वहां से भाग गया। महिला के गाल, हाथ व कंधे पर गुलदार के नाखून से जख्म बन गए थे।
ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर घायल महिला को अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया। जहां उपचार के बाद उन्हें घर भेज दिया गया। नायब तहसीलदार पूरण प्रकाश सिंह रावत ने कहा कि वन विभाग को क्षेत्र में नियमित गश्त किए जाने और ग्रामीणों में जागरुकता बढ़ाए जाने के निर्देश दे दिए गए हैं।
आंगन में खेल रहे तीन साल के मासूम को उठा ले गया गुलदार
गुलदार के आतंक से एक बार फिर पहाड़ में हड़कंप मचा हुआ है। इस बीच टिहरी के घनसाली में ननिहाल में अपने मामा के बच्चों के साथ खेल रहे तीन साल के मासूम को गुलदार उठाकर ले गया। मासूम का शव घर से लगभग 100 मी. की दूर झाड़ियों में बरामद हुआ।
जानकारी के मुताबिक, केमर पट्टी के बणगांव निवासी मंजू देवी अपने मायके पूर्वाल आई थी। रविवार देर शाम को उनका बेटा राजकुमार अपने मामा के बच्चों के साथ घर के आंगन में खेल रहा था। वह खेलते-खेलते घर के पीछे चला गया। तभी घात लगाए बैठे गुलदार ने उसपर हमला कर दिया और उसे उठाकर ले गया।
मां ने जब काफी देर खोजबीन की तो मासूम का पता नहीं चला, जिसके बाद गांव में हड़कंप मच गया। आस-पास के लोग वहां आ गए। लोगों ने देखा कि घर के पीछे के रास्ते में खून के धब्बे थे। जिसके बाद करीब 100 मीटर दूर झाड़ियों में बच्चे का शव मिला।
ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। वन विभाग ने वनकर्मियों को गांव में तैनात कर दिया है। मासूम घर का इकलौता बेटा था। उसके पिता होटल में नौकरी करते हैं।