केदारनाथ विधानसभा में आगामी 20 नवम्बर को सम्पन्न होने वाले उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी त्रिभुवन चौहान ने भी ताल ठोक दी है। उन्होंने केदारनाथ विधानसभा के अन्तर्गत विभिन्न क्षेत्रों का भ्रमण कर जनता से आशीर्वाद मांगा तथा उनके आगमन पर ग्रामीणों द्वारा उनका फूल-मालाओ से भव्य स्वागत किया जा रहा है तथा विभिन्न क्षेत्रों के युवाओं द्वारा उन्हें निरन्तर अपना समर्थन दिया जा रहा है।
ऊखीमठ में आह्वान संवाद कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए निर्दलीय प्रत्याशी त्रिभुवन चौहान ने कहा कि राज्य गठन के 24 वर्षों बाद भी केदारनाथ विधानसभा का समुचित विकास नहीं हुआ है तथा रोजगार व पर्यटन नीति न बनने से युवा रोजगार के लिए दर-दर भटक रहा है।

उन्होंने कहा कि राज्य गठन के 24 वर्षों बाद भी स्वास्थ्य व शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार न होने से पलायन निरन्तर जारी है तथा पहाड़ की शान्त वादियों से लगातार पलायन होने के कारण गांव वीरान होते जा रहे है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ विधानसभा के हर भूभाग को प्रकृति ने पग-पग पर अद्वितीय सौन्दर्य से सजाया है इसलिए केदारनाथ विधानसभा के हर क्षेत्र में तीर्थाटन पर्यटन व्यवसाय की अपार सम्भावनाये है मगर तीर्थाटन व पर्यटन को बढ़ावा न मिलने से यहाँ का युवाओं रोजगार की तलाश में पलायन करने के लिए विवश बना हुआ है।
पूर्व प्रधानाचार्य मोहन सिंह बजवाल ने कहा कि प्रदेश सरकार की आड़ पर वन विभाग द्वारा तुंगनाथ घाटी के सैकड़ों व्यापारियों के होटल, ढाबों को तोड़कर उनकी आजीविका के साथ खिलवाड़ किया गया जिससे सैकड़ों युवाओं के सन्मुख रोजी-रोटी का संकट बना हुआ है।

सतेश्वर प्रसाद सेमवाल ने कहा कि केन्द्र व प्रदेश सरकार सीमान्त गांवों के व्यक्ति तक विकास की किरण पहुंचाने के लाख दावे तो कर रही है मगर आजादी के 70 दशक बाद भी सीमान्त क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाओं का अभाव बना हुआ है।
मनजीत चौहान ने कहा कि अंकिता के हत्यारों को आज तक सजा नहीं मिल पायी है तथा प्रदेश में भष्ट्राचार चरम है। उन्होंने कहा कि आगामी उपचुनाव में दशा व दिशा बदलने की लड़ाई है तथा बदलाव की लड़ाई है।
इस मौके पर अवनीश धर्म्वाण, आशुतोष सेमवाल, गजपाल भण्डारी, कुमारी मीतू भण्डारी, बीर सिंह बर्त्वाल, राजपाल पंवार, विनोद बुरियाल, आनन्द सिंह नेगी, वाई एस बिष्ट सहित विभिन्न क्षेत्रों के सैकड़ों युवा मौजूद थे।