सीमांत गांवों को जानने और समझने के उद्देश्य से आयोजित वाइब्रेंट विलेज एडवेंचर रैली का शुक्रवार, 18 अक्तूबर को आरंभ हुआ। शनिवार को रैली नीती घाटी के गांवों में पहुंचेगी।
स्की एंड माउंटेनियरिंग एसोसिएशन की ओर से तीन दिवसीय वाइब्रेंट विलेज एडवेंचर रैली का आयोजन किया गया है। जिसमें रूस और यूक्रेन के 15 प्रतिभागी भी हिस्सा ले रहे हैं।
बृहस्पतिवार, 17 अक्तूबर को सभी प्रतिभागी ज्योतिर्मठ पहुंचे। शुक्रवार को पांडुकेश्वर, बामणी गांव, बदरीनाथ होते हुए माणा गांव पहुंचे। यहां से वापस ज्योतिर्मठ आए।
शनिवार को एसडीएम जोशीमठ चंद्र शेखर वशिष्ट और व्यापार सभा अध्यक्ष नैन सिंह भंडारी ने झंडी दिखाकर रैली को फ्लैग ऑफ किया। वाइब्रेट विलेज टूरिज्म को बढ़ावा देने और पलायन रोकने की भारत सरकार की मुहिम को आगे बढ़ाने के लिए किया गया है।
रैली 14 से अधिक गांवों से होकर गुजरेगी, जिसमें नीती, मलारी, गमशाली, बाम्पा, कोषा, जुम्मा, सुराई थोटा, लाता, तपोवन सहित अन्य गांव शामिल हैं। शनिवार शाम को ही रैली वापस ज्योतिर्मठ लौट जाएगी।
स्की माउंटेनियरिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय भट्ट ने बताया कि इस रैली का उद्देश्य सीमांत गांवों को जानना, समझाना और वहां की जीवन शैली को समझाना हैं। साथ ही वाइब्रेंट विलेज योजना के तहत आने वाले गांवों को पर्यटन मानचित्र पर लाना भी है।
इस आयोजन में रूस यूक्रेन के करीब 16 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। पहले चरण में औली, जोशीमठ बदरीनाथ माणा रूट के वाइब्रेट विलेज एरिया में बाईक रैली पहुंची थी।