चेन्नई में भारतीय वायुसेना की ओर से किया गया था एयर एडवेंचर शो का आयोजन
गर्मी और डिहाइड्रेशन के चलते पांच लोगों की मौत, 200 से अधिक घायल
AIADMK ने स्वास्थ्य मंत्री से मांगा इस्तीफा
भारतीय वायु सेना ने 8 अक्तूबर को आगामी 92वें वायु सेना दिवस से पहले रविवार, 6 अक्तूबर को चेन्नई के मरीना बीच पर एयर शो का आयोजन किया। एयर एडवेंचर शो में लड़ाकू विमान सुखोई( Su-30MKI) और सारंग हेलीकॉप्टर ने हिस्सा लिया। इसे देखने के लिए तमिलनाडु के CM एमके स्टालिन, उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन, एयर चीफ मार्शल एपी सिंह और बड़ी संख्या में दर्शक एकत्र हुए।
चेन्नई के मरीना एयर फील्ड में एयर शो के दौरान गर्मी और डिहाइड्रेशन के चलते 5 लोगों की मौत हो गई और 200 से अधिक लोग घायल हो गए और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया।
बताया जा रहा है कि यातायात अधिकारियों के खराब कॉर्डिनेशन के कारण चेन्नई में लाखों लोग फंस गए। शहर के कई हिस्सों में इसी तरह की घटनाएं सामने आईं, जहां लोग घंटों तक जाम में फंसे रहे। उधर, मरीना बीच (जहां एयर शो हुआ) पर एकत्रित भारी भीड़ को कार्यक्रम के बाद तितर-बितर होने में भी काफी संघर्ष करना पड़ा। दावा यह भी किया गया कि एक व्यक्ति की मौत हीट स्ट्रोक के चलते हुई।

सुबह 8 बजे से जमा हो गई थी भीड़
एयरफोर्स ने मरीना बीच पर 16 लाख लोगों को इकट्ठा कर लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड बनाने की कोशिश की थी। इस दौरान पानी बेचने वाली कई दुकानों को आस-पास से हटा दिया गया था। सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक चलने वाले इस एयर शो के लिए सुबह 8 बजे से ही भीड़ जमा हो गई थी। शुरू होने तक सूरज की तपिश और गर्मी के कारण कई बुजुर्ग बेहोश हो गए।
पुलिस ने बताया कि मरीना बीच के पास लाइटहाउस मेट्रो स्टेशन और वेलाचेरी में चेन्नई MRTS रेलवे स्टेशन पर हजारों लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। आलम ये था कि कई लोगों को प्लेटफॉर्म पर खड़े होने के लिए पैर रखने तक की जगह नहीं मिली।
AIADMK ने स्वास्थ्य मंत्री से मांगा इस्तीफा
इस बीच अन्नाद्रमुक नेता सत्यन ने तमिलनाडु सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि आपके पास एक अयोग्य व्यक्ति मुख्यमंत्री के पद पर बैठा है तो उसके मंत्रियों की परिषद भी अयोग्य ही होगी जिसका परिणाम देखने भी मिला है। एमके स्टालिन और उनका परिवार एयर-कंडीशन में बैठकर एयर शो का आनंद ले रहा था, जबकि जनता को इसे देखने के लिए 5-10 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा। स्वास्थ्य मंत्री सुब्रमण्यम में सहानुभूति नहीं है, इसी वजह से उन्हें स्वास्थ्य मंत्री के पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।
