हरियाणा के करनाल की रहने वाली एक उदीयमान कलाकार को लंदन में विक्टोरिया और अल्बर्ट संग्रहालय के चित्रण पुरस्कारों में उभरते चित्रकार श्रेणी में विजेता घोषित किया गया है। आदिति आनंद, जो 25 वर्षीय स्नातक हैं और एंग्लिया रस्किन यूनिवर्सिटी (ARU) से पढ़ाई पूरी कर चुकी हैं, को वी एंड ए इलस्ट्रेशन अवार्ड्स में प्रतिष्ठित उभरती चित्रकार श्रेणी का विजेता घोषित किया गया है।
यह कलाकृति सितंबर 2025 तक लंदन में विश्व प्रसिद्ध विक्टोरिया और अल्बर्ट (वी एंड ए) डिजाइन संग्रहालय में प्रदर्शित की जाएगी। वी एंड ए पुरस्कारों के लिए प्राप्त 2,000 से अधिक प्रविष्टियों में से चयनित ‘मैरीगोल्ड्स‘ ने पुरस्कार के रूप में 3,000 पाउंड जीता है।
उनकी कला “मैरीगोल्ड्स” भारत की पृष्ठभूमि पर आधारित है और बाल श्रम और खोए हुए बचपन की थीम को उजागर करती है। यह अवार्ड हर दो साल में आयोजित होते हैं, और आदिति की इस उपलब्धि ने एआरयू की चित्रकला के क्षेत्र में मजबूत प्रतिष्ठा को और भी पुख्ता किया है।
यह कलाकृति भारत में बाल श्रम और खोए हुए बचपन की ओर ध्यान आकर्षित करती है। भारत में फूलों के बाजारों से प्रेरित, कलाकृति एक मां की कहानी बताती है जो अपने बच्चे को गेंदे के फूल की माला बनाना सिखा रही है। निर्णायक मंडल ने रंगों के इस्तेमाल की प्रशंसा की, जिससे फूलों की मनमोहक सुंदरता और फूल बेचने वालों की दयनीय स्थिति तथा बाल श्रम की वास्तविकता प्रदर्शित होती है।
भारत से पुरस्कार ग्रहण करने यहां पहुंची आनंद ने कहा, ‘‘मैं ‘मैरीगोल्ड्स’ के लिए वी एंड ए चित्रण पुरस्कार जीतकर बेहद रोमांचित हूं और मैं इस बात से बेहद सम्मानित महसूस कर रही हूं कि वी एंड ए ने इस विषय को मंच प्रदान कर और संग्रहालय में प्रदर्शित कर इसे इतना महत्व दिया।”
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे उम्मीद है कि यह पाठकों को एक ऐसी दुनिया की झलक प्रदान करेगा जो उनकी अपनी दुनिया से बहुत अलग हो सकती है। यह उपलब्धि एंग्लिया रस्किन में उल्लेखनीय बाल पुस्तक चित्रण टीम के बिना संभव नहीं होती, और मैं अपने स्नातकोत्तर के दौरान अपने शिक्षकों और साथियों के समर्थन के लिए हमेशा आभारी रहूंगी।”