रूस में आयोजित पावर लिफ्टिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप में प्रतिभाग करने से वंचित पावर लिफ्टर ने सीएम पोर्टल में शिकायत दर्ज कर न्याय की गुहार लगाई है।
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मंगलवार को रूस में पावर लिफ्टर ने पत्रकारों से वार्ता की। उन्होंने बताया कि बीते 21 व 22 दिसंबर को मास्को में पावर लिफ्टिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप आयोजित की गई थी।
प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने के लिए वह 19 दिसंबर को मास्को एयरपोर्ट में पहुंचे, लेकिन यहां तैनात सुरक्षाकर्मियों ने जांच के नाम पर उन्हें रोका और तीन दिन तक हिरासत में रखा।
उन्होंने आरोप लगाया कि कड़कड़ाती ठंड में उन्हें गर्म कपड़े भी नहीं दिए गए। ठंड से उनके पैर सूज गए थे, लेकिन मांगने के बावजूद भी दवा नहीं दी गई। जिस पर उन्होंने भारतीय दूतावास से भी संपर्क किया लेकिन उचित सहयोग नहीं मिला।
उन्होंने कहा कि वह प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक के मजबूत दावेदार थे। लेकिन प्रतिभाग न कर पाने से वह वंचित रह गए।
तीन दिनों तक उनका परिवार काफी परेशान रहा। दोनों खिलाड़ियों ने उत्तराखंड के सीएम पोर्टल पर अपने साथ हुए उत्पीड़न की शिकायत की है। उन्होंने मुख्यमंत्री से मामले का संज्ञान लेकर विदेश मंत्रालय को अवगत करा कर घटना की निष्पक्ष जांच की मांग की है।