लंबी बीमारी के बाद निधन
भारतीय बास्केटबॉल टीम के पूर्व कप्तान और अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित हरि दत्त कापड़ी का 9 अप्रैल 2025 को पिथौरागढ़ में निधन हो गया। वे काफी समय से अस्वस्थ चल रहे थे। उनके निधन की खबर से न केवल उत्तराखंड, बल्कि पूरे देश के खेल प्रेमियों में शोक की लहर दौड़ गई है।
श्री कापड़ी का जीवन खेल भावना, अनुशासन और देशभक्ति की मिसाल रहा है। उनका योगदान भारतीय खेल इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। वे युवाओं के लिए सदैव प्रेरणा स्त्रोत बने रहेंगे।
चिड़ियाखान गांव से लेकर अंतरराष्ट्रीय पहचान तक
हरि दत्त कापड़ी का जन्म 1942 में उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले के चिड़ियाखान गांव में हुआ था। उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा पिथौरागढ़ से प्राप्त की और इसके बाद भारतीय सेना के बंगाल इंजीनियरिंग ग्रुप में भर्ती होकर अपने खेल जीवन की शुरुआत की। यहीं से उन्होंने बास्केटबॉल खेलना शुरू किया।
1963 में वह सर्विसेज बास्केटबॉल टीम के कप्तान बने और देश के लिए कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में स्वर्ण पदक जीतने में योगदान दिया। 1971 में उन्हें भारतीय राष्ट्रीय बास्केटबॉल टीम का कप्तान बनाया गया। उनके नेतृत्व में भारतीय टीम ने 1975 में बैंकॉक में आयोजित एशियाई बास्केटबॉल चैंपियनशिप में चौथा स्थान प्राप्त किया—जो भारत का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है।
अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित
हरि दत्त कापड़ी के उत्कृष्ट प्रदर्शन और बास्केटबॉल में योगदान को देखते हुए भारत सरकार ने उन्हें 1969 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया। यह सम्मान उन्हें उस समय दिया गया जब बास्केटबॉल को भारत में सीमित पहचान मिल रही थी, और उन्होंने इस खेल को राष्ट्रीय मंच पर पहचान दिलाई।
सेवानिवृत्ति के बाद युवाओं के लिए प्रेरणा
सेवानिवृत्ति के बाद हरि दत्त कापड़ी ने उत्तराखंड पुलिस में सेवा दी और इसके साथ-साथ क्षेत्रीय स्तर पर बास्केटबॉल खिलाड़ियों को प्रशिक्षण भी देते रहे। वे कई वर्षों तक पिथौरागढ़ के युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बने रहे। उन्होंने बास्केटबॉल को ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचाने में भी अहम भूमिका निभाई।
सार्वजनिक श्रद्धांजलि और सम्मान
उनके निधन पर सीएम धामी, केंद्रीय मंत्री अजय टम्टा, स्थानीय विधायक भुवन कापड़ी समेत कई जनप्रतिनिधियों और खिलाड़ियों ने शोक व्यक्त किया है। पिथौरागढ़ के स्पोर्ट्स स्टेडियम की दर्शक दीर्घा का नाम उनके सम्मान में “हरी दत्त कापड़ी गैलरी” रखा गया है।