लड्डू-घी में मिलावट के आरोप
अयोध्या के प्राचीन हनुमानगढ़ी मंदिर का प्रसाद जांच में फेल पाया गया है। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने 31 दुकानों से नमूने लिए जिसमें लड्डू, बेसन और देसी घी की गुणवत्ता मानकों पर खरी नहीं उतरी।
घी में बासीपन (रँसिडिटी) की अधिक मात्रा पाई गई और कुछ दुकानदारों पर प्रसाद में कृत्रिम रंग मिलाने का आरोप भी है।
सहायक खाद्य आयुक्त मानिक चंद्र सिंह ने कहा कि विभाग ने सख्त निर्देश दिए हैं कि प्रसाद में किसी भी तरह का रंग न मिलाया जाए, अन्यथा कानूनी कार्रवाई होगी।
नवरात्रि और दीपावली को दृष्टि में रखते हुए ये छापेमारी की गई है।
राज्य सरकार की पहल
उत्तर प्रदेश सरकार इस घटना को गंभीर मान रही है। FSDA (Food Safety & Drug Administration) को निर्देश दिया गया है कि वे मंदिरों के बाहर एवं आसपास बिकने वाले प्रसाद की नियमित जांच करें।
अयोध्या के हनुमानगढ़ी अखाड़ा ने भी मंदिर के आसपास बिकने वाले लड्डुओं का लैब परीक्षण कराने का निर्णय लिया है।
इस तरह की मिलावट की घटनाएँ एक नई बात नहीं हैं। उदाहरण के लिए, ओड़िशा के बालदेवजीव मंदिर में सेवकगणों ने गhee में मिलावट की शिकायत की थी।
तेलंगाना/आंध्र प्रदेश में तिरुपति बालाजी मंदिर गायब गhee विवाद में भी जांच तेज की गई है, जहाँ एक SIT (विशेष जांच दल) की स्थापना की गई थी ताकि प्रसाद की गुणवत्ता सुनिश्चित हो सके।
हनुमानगढ़ी मंदिर धार्मिक आस्था का केंद्र है। मंदिर की मान्यता है कि रामलला के दर्शन से पहले हनुमानगढ़ी के दर्शन किए जाने चाहिए। इस परिस्थिति में, प्रसाद में मिलावट का आरोप श्रद्धालुओं में चिंता और आक्रोश दोनों जगा रहा है।

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