उत्तराखंड के पंतनगर कृषि विश्वविद्यालय में एक छात्र ने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
मृतक की पहचान किच्छा (ऊधमसिंह नगर) के ग्राम दरऊ निवासी 18 वर्षीय नीरज के रूप में हुई है, जो बीटेक प्रथम वर्ष का छात्र था। घटना से पूरे कैंपस में शोक की लहर है।
पुलिस के अनुसार नीरज का शव जनरल बिपिन रावत छात्रावास के कमरे नंबर 75 में मिला। मौके से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिसमें उसने अंग्रेजी भाषा समझने में कठिनाई और पढ़ाई को लेकर निराशा का जिक्र किया है।
नीरज अब तक हिंदी माध्यम से पढ़ाई करता आया था और विश्वविद्यालय में ज्यादातर कक्षाएं अंग्रेजी में संचालित होने से वह तनावग्रस्त था।
दोस्तों को कहा – “पढ़ने का मन नहीं”
जानकारी के मुताबिक 20 अगस्त को ही उसने विश्वविद्यालय ज्वाइन किया था। शुक्रवार सुबह जब बाकी छात्र कक्षाओं में गए तो नीरज ने साथियों से कहा कि उसका पढ़ने का मन नहीं है और वह कमरे में ही रुक गया।
दोपहर बाद जब उसके रूममेट लौटे तो दरवाजा अंदर से बंद था। कई बार खटखटाने और कॉल करने के बाद भी जवाब न मिलने पर सुरक्षा कर्मियों को बुलाया गया। दरवाजा तोड़कर अंदर जाने पर उसका शव मिला।
दो दिन पहले ही नीरज के परिवारजन उसकी परेशानी को लेकर विश्वविद्यालय आए थे और उन्होंने एडवाइजर प्रो. अलकनंदा अशोक व विभागाध्यक्ष प्रो. ए.के. स्वामी से मुलाकात कर काउंसलिंग करवाई थी। लेकिन नीरज बार-बार पढ़ाई छोड़कर घर लौटने की जिद कर रहा था।
घटना की सूचना मिलते ही पंतनगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
थाना प्रभारी ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है। वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्र की असामयिक मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया है।













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