सिडकुल क्षेत्र की एक फार्मा कंपनी में नशे के प्रयोग में लाई जाने वाली प्रतिबंधित दवाओं की खेप पकड़ने चंड़ीगढ़ से टीम पहुंची। इस दौरान करीब 2.5 लाख गोलियां बरामद हुईं।
विस्तार
चंडीगढ़ में टीम ने पिछले दिनों 60 हजार प्रतिबंधित गोलियों के साथ सात तस्करों को गिरफ्तार किया था। उनसे पूछताछ में पता चला था कि हरिद्वार की इस फार्मा कंपनी में नशीली गोलियां बनाई जा रही है।
इस पर चंडीगढ़ से नारकोटिक्स टीम बुधवार, 19 फरवरी को सिडकुल स्थित जेआर फार्मा कंपनी पहुंची। कंपनी में नशे की गोलियों का अवैध निर्माण होता पाया गया।
कार्रवाई के दौरान नशे के प्रयोग में लाई जाने वाली प्रतिबंधित गोलियां बरामद की गईं। कंपनी के दो कर्मचारियों को भी हिरासत में लिया गया है।
जांच में यह पता चला है कि सिडकुल की एक अन्य कंपनी भी इस अवैध धंधे में शामिल है। एनसीबी की टीम इस मामले की जांच कर रही है। कंपनी का मालिक फरार बताया जा रहा है।
कार्रवाई के दौरान स्थानीय पुलिस और ड्रग इंस्पेक्टर अनीता भारती भी मौजूद रहीं। छापे की सूचना से सिडकुल स्थित अन्य कंपनियों में भी हड़कंप मचा रहा।
पूर्व भी कंपनी के उत्पाद पर लगाया गया था प्रतिबंध
बता दें कि, जिले के ड्रग विभाग की ओर से जून 2024 में ही उत्पादन प्रतिबंधित किया गया था। ड्रग इंस्पेक्टर अनिता भारती ने बताया कि जेआर फार्मा का प्रोडक्शन जून 2024 में प्रतिबंधित कर दिया गया था। अब उसका लाइसेंस रद्द करने की कार्रवाई की जा रही है।
उन्होंने कहा कि प्रतिबंध के बाद से कितना उत्पादन किया गया और किन-किन राज्यों में दवाई की आपूर्ति की गई है इसकी भी विधिवत जांच की जाएगी। मामले में कंपनी मालिक के विरुद्ध मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा।