सरस्वती विद्या मन्दिर इण्टर कालेज के भवन का निर्माण कार्य भूमि पूजन के साथ विधिवत शुरू हो गया है। विद्यालय भवन के भूमि पूजन अवसर पर स्थानीय जनप्रतिनिधियों, व्यापारियों, अभिभावकों व नौनिहालों ने बढ़-चढ़कर भागीदारी की तथा नौनिहालों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी।
भवन का निर्माण कार्य मातुश्री काशीबा हरिभाई गोटी चैरिटेबल ट्रस्ट व कर्मयोगी परिवार गुजरात के सयुंक्त तत्वावधान में किया जा रहा है।
विद्यालय भवन के भूमि पूजन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करते हुए केदारनाथ विधायक आशा नौटियाल ने कहा कि विद्या भारती शिक्षा के क्षेत्र में कई दशकों से निरन्तर कार्य कर रहा है जिसका लाभ विभिन्न क्षेत्रों के नौनिहालों को मिल रहा है।
उन्होंने मातुश्री काशीबा हरिभाई गोटी चैरिटेबल ट्रस्ट व कर्मयोगी परिवार के प्रयासो की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि ट्रस्ट के अथक प्रयासों से विद्यालय के भवन का निर्माण कार्य शुरू हो गया है तथा भवन का निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद नौनिहालों को बेहतरीन शिक्षा मिलेगी।

स्वामी नारायण मन्दिर ऋषिकेश के महन्त सुनील भगत ने नौनिहालो को दिव्य ज्ञान देते हुए कहा कि भगवत भक्ती से मनुष्यों के सभी दु:खो का हरण होता है। ट्रस्ट के सदस्य बिन्नू भाई सौरिठिया ने कहा कि ट्रस्ट सदैव शिक्षा व सामाजिक क्षेत्र में काम कर रहा है।
रोहित साहूलिया व नमो संघ के जिलाध्यक्ष सन्दीप पुष्वाण ने भी विचार रखे। कार्यक्रम की अध्यक्षता सामाजिक कार्यकर्ता खुशहाल नेगी व संचालन प्रधानाचार्य लक्ष्मण सिंह नेगी ने किया।
इस दौरान नौनिहालो द्वारा अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी गयी जबकि विद्यालय परिवार द्वारा अतिथियों का माल्यार्पण, बैज अलंकरण व शांल तथा पुष्प गुच्छ भेंट कर भव्य स्वागत किया गया।

इस मौके पर ट्रस्ट के सदस्य सुरेश भाई पटेल, विद्यालय प्रबंधन समिति अध्यक्ष गजपाल रावत, शिशु मन्दिर प्रधानाचार्य रघुनाथ सिंह नेगी, भाजपा मण्डल महामंत्री दलवीर नेगी, व्यापार संघ अध्यक्ष राजीव भटट, विश्व मोहन जमलोकी, जय प्रकाश पंवार, पी एस नेगी, रेखा रावत, गोल्डी परासर, तेज प्रकाश त्रिवेदी, सुधा नेगी, अंजना रावत, प्रदीप त्रिवेदी, हरि मोहन भट्ट, प्रेम प्रकाश नौटियाल, जयन्त नैथाणी, विनय भट्ट, सुलेखा त्रिवेदी, शंन्धा देवी, राजेन्द्र सजवाण, नेहा, धीरेन्द्र सिंह राणा, प्रेम सिंह राणा, प्रताप सिंह रावत, राजन चौधरी, हरि कृष्ण नौटियाल, राम स्वरूप त्रिवेदी सहित विभिन्न विद्यालयों के प्रधानाचार्य, विद्यालय प्रबंधन समिति पदाधिकारी, सदस्य व नौनिहाल मौजूद थे।