स्टेट ब्यूरो
हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट में खेले गए 45वें शतरंज ओलंपियाड-2024 फाइनल राउंड में भारतीय पुरुष टीम ने स्लोवेनिया और महिला टीम ने अजरबैजान को हराकर स्वर्ण पदक जीत लिया है। चेस के इतिहास में भारत ने पहली बार ओलंपियाड का गोल्ड मेडल जीत लिया है।
इंटरनेशनल चेस फेडरेशन (FIDE) की ओर से आयोजित होने वाला ये चेस की दुनिया का सबसे बड़ा टीम टूर्नामेंट है, जिसमें अलग-अलग देश हिस्सा लेते हैं। भारत ने 2022 में पहली बार इसकी मेजबानी की थी। तब भारत ने ओपन सेक्शन और महिला इवेंट में ब्रॉन्ज मेडल जीते थे। भारतीय पुरुषों ने उससे पहले 2014 में भी ब्रॉन्ज जीता था, लेकिन पहली बार दोनों इवेंट्स में भारत चैंपियन बना।
ग्रैंडमास्टर डी गुकेश (D Gukesh) की अगुवाई में मेंस टीम ने स्लोवेनिया के खिलाफ जीत हासिल कर गोल्ड पर कब्जा जमाया। वहीं, विमेंस टीम ने आखिरी मैच में अजरबैजान को हराकर गोल्ड जीता।
ओपन कैटेगरी में भारत को गोल्ड जीतने के लिए स्लोवेनिया के खिलाफ महज ड्रॉ की जरूरत थी। भारत ने इस मुकाबले को 3.5-0.5 से हराया। डी गुकेश,अर्जुन एरिगैसी और आर प्रज्ञानंद ने अपने-अपने मुकाबले जीतकर भारत को गोल्ड दिला दिया। इनके अलावा भारतीय टीम में पेंटाला हरिकृष्णा और श्रीनाथ नारायणन भी शामिल थे। इस कैटेगरी में अमेरिका ने सिल्वर और उज्बेकिस्तान ने ब्रॉन्ज जीता।
मेंस इंडिविजुअल कैटेगरी में डी गुकेश ने लगातार दूसरी बार गोल्ड अपने नाम किया। गुकेश ने 2022 चेस ओलंपियाड में भी गोल्ड जीता था। वो विश्वनाथन आनंद के बाद ऐसा करने वाले पहले भारतीय हैं।
अजरबैजान को हराकर महिला टीम बनी चैंपियन
विमेंस कैटगरी में भारत ने आखिरी मैच में अजरबैजान को 3.5-0.5 से मात देकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया। इस टीम में वैशाली रमेशबाबू, दिव्या देशमुख, द्रोणावल्ली हरिका, तानिया सचदेव, वंतिका अग्रवाल और अभिजीत कुंते शामिल रहीं। इस कैटेगरी में कजाकिस्तान को सिल्वर और अमेरिका को ब्रॉन्ज मिला।