राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में एक बार फिर कोरोना वायरस की आहट सुनाई दे रही है। बीते कुछ दिनों में दिल्ली, गुरुग्राम और फरीदाबाद से कोविड-19 के नए मामलों की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य विभाग ने स्थिति पर नजर रखते हुए तैयारियां तेज कर दी हैं, जबकि विशेषज्ञ लोगों से सतर्कता बरतने की अपील कर रहे हैं।
बीते 10 दिनों में दिल्ली में 23 नए मामले
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, 12 से 22 मई के बीच निजी लैब्स में कोविड-19 के 23 नए पॉजिटिव केस सामने आए हैं। सभी संक्रमितों में हल्के लक्षण पाए गए हैं और किसी की हालत गंभीर नहीं है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन पूरी सतर्कता बरती जा रही है।
एनसीआर क्षेत्र में भी कोरोना के नए मामले मिले हैं। गाजियाबाद में चार लोगों में, गुरूग्राम और फरीदाबाद से दो लोगों में पुष्टि हुई है।
अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया
दिल्ली सरकार ने सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को एडवाइजरी जारी की है, जिसमें पर्याप्त बेड, ऑक्सीजन, दवाइयों और टीकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही पॉजिटिव सैंपल्स की जीनोम सीक्वेंसिंग और नियमित रिपोर्टिंग को अनिवार्य किया गया है।
नया वेरिएंट JN.1 बना चिंता का कारण
कुछ नए मरीजों में कोविड का JN.1 वेरिएंट पाया गया है, जो पहले भी कई देशों में फैल चुका है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह वेरिएंट तेजी से फैलता है, लेकिन इसकी गंभीरता फिलहाल कम आंकी गई है।
JN.1 वेरिएंट के लक्षण पिछले कोविड वेरिएंट्स जैसे हैं, जिनमें बुखार, खांसी, गले में खराश, थकान और सांस लेने में तकलीफ शामिल हैं। ज्यादातर मामले हल्के हैं, लेकिन बुजुर्गों और कमजोर प्रतिरक्षा वाले लोगों को ज्यादा खतरा है।
जनता से सतर्कता की अपील
स्वास्थ्य विभाग ने आम जनता से अपील की है कि वे सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनें, हाथों की सफाई का ध्यान रखें और किसी भी लक्षण के दिखने पर तुरंत जांच करवाएं।
भीड़-भाड़ से बचें और ज़रूरत पड़ने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। साथ ही प्रशासन के निर्देशों का पालन करें ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
वहीं गाज़ियाबाद स्वास्थ्य विभाग ने जिले भर में सर्वे शुरू करने की बात कही है, ताकि बीते एक हफ्ते में जिन लोगों को बुखार या कोरोना जैसे लक्षण हुए हैं, उनकी पहचान की जा सके।