कई होटल-दुकानें बहीं, आठ मजदूर लापता, स्कूल बंद
देहरादून, राजधानी उत्तराखंड में सोमवार देर रात बादल फटने और मूसलाधार बारिश ने भारी तबाही मचाई। सहस्त्रधारा के कार्लिगाड़ क्षेत्र में आए मलबे से कई होटल और दुकानें बह गईं, जबकि झाझरा के पास परवल गांव में आठ मजदूर आसन नदी के तेज बहाव में लापता हो गए।
इस दौरान एक ट्रैक्टर और स्कूटी भी नदी में बह गई। नंदा की चौकी का पुल बहाव की चपेट में आकर क्षतिग्रस्त हो गया है। प्रशासन ने हालात को देखते हुए जिले के सभी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र मंगलवार को बंद रखने के आदेश जारी किए हैं।
देर रात करीब 11:30 बजे हुई इस घटना के बाद SDRF और NDRF की टीमें तुरंत मौके पर पहुंचीं और राहत-बचाव अभियान शुरू किया। अब तक करीब 400 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा चुका है। वहीं दो लोगों के लापता होने की भी सूचना है।
स्थानीय ग्राम प्रधान राकेश जावड़ी ने बताया कि भारी मलबा नीचे बाजार तक आ गया जिससे सात से आठ दुकानें और आसपास के होटल ध्वस्त हो गए। प्रशासन ने लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने और सतर्कता बरतने की अपील की है।
बारिश ने देहरादून शहर के अन्य हिस्सों को भी प्रभावित किया। मोहनी रोड, पूरन बस्ती, बलबीर रोड, भगत सिंह कॉलोनी और संजय कॉलोनी समेत कई इलाकों में घरों-दुकानों में पानी भर गया।
आईटी पार्क के पास नई सड़क मलबे से टूट गई, वहीं अधोईवाला और अपर राजीवनगर में बिजली का ट्रांसफार्मर बह गया। मालदेवता में सौंग नदी उफान पर आने से कुछ रिसॉर्ट और होटलों में मलबा और पानी घुस गया है।
नगर निगम के कंट्रोल रूम को जलभराव और अवरुद्ध मार्गों की कई सूचनाएं मिली हैं। राहत टीमें मौके पर तैनात हैं और हालात पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
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