रुद्रप्रयाग जिले के कोटमल्ला निवासी पर्यावरण विशेषज्ञ देवराघवेन्द्र सिंह चौधरी ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है।
विदेश मंत्रालय भारत सरकार और भारत स्काउट गाइड के तत्वावधान में 9 से 12 सितम्बर तक गुवाहाटी (असम) में आयोजित होने वाले बिम्सटेक युवा शिखर सम्मेलन के लिए उनका चयन हुआ है। इस सम्मेलन में भारत सहित बिम्सटेक सदस्य देशों से कुल 100 युवा भाग लेंगे।
बिम्सटेक शिखर सम्मेलन का उद्देश्य
बिम्सटेक (Bay of Bengal Initiative for Multi-Sectoral Technical and Economic Cooperation) संगठन बंगाल की खाड़ी से जुड़े सात देशों—भारत, नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, श्रीलंका, म्यांमार और थाईलैंड—को जोड़ता है।
सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य युवाओं को एक साझा मंच पर लाना, नवाचार और उद्यमिता को बढ़ावा देना तथा सतत विकास लक्ष्यों को हासिल करने में युवाओं की भूमिका को रेखांकित करना है।
देवराघवेन्द्र की उपलब्धियां
देवराघवेन्द्र पिछले 15 वर्षों से पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में सक्रिय हैं। उन्होंने अपने पिता और विख्यात पर्यावरणविद जगत सिंह जंगली से प्रेरणा लेकर “पर्यावरण की पाठशाला” के माध्यम से अब तक 50,000 से अधिक छात्र-छात्राओं को जल संरक्षण, वनीकरण और ग्रामीण स्तर पर आर्थिकी बढ़ाने की दिशा में प्रशिक्षित किया है।
वह इससे पूर्व अरुणाचल प्रदेश में आयोजित अंतरराष्ट्रीय हिम संवाद कार्यशाला और 2023 में गुवाहाटी में आयोजित अंतरराष्ट्रीय मृदा संरक्षण सम्मेलन में बतौर विशेषज्ञ शामिल हो चुके हैं।
उन्हें ‘माटी मित्र पुरस्कार’ (2023), ‘पर्यावरण श्री’ और ‘युवा गौरव सम्मान’ से भी नवाजा जा चुका है। वर्तमान में वह मिश्रित वानिकी पर शोध कार्य कर रहे हैं और इस विषय पर कई शोध पत्र भी प्रकाशित कर चुके हैं।
जिले और प्रदेश के लिए गौरव
देवराघवेन्द्र के चयन पर क्षेत्र में खुशी की लहर है। विधायक भारत सिंह चौधरी ने उन्हें बधाई देते हुए कहा कि यह उपलब्धि न केवल रुद्रप्रयाग जिले बल्कि पूरे प्रदेश के लिए गर्व की बात है।
उन्होंने कहा कि देवरा जैसे युवा राज्य के लिए प्रेरणा हैं, जो अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अपने विचार और नवाचार प्रस्तुत कर प्रदेश का नाम रोशन कर रहे हैं।

Leave a Reply