आखर चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से लगातार पांचवें वर्ष में दिया गया सम्मान
आखर चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से बीते पांच वर्षों से स्व. शिवदर्शन सिंह नेगी की स्मृति में गणित/विज्ञान शिक्षण के लिए प्रयोगधर्मी शिक्षकों के सम्मान की श्रृंखला में रविवार, 23 नवम्बर को राइंका जखण्ड की विज्ञान प्रवक्ता गीता चौहान को सम्मानित किया गया।
इससे पूर्व गणित/विज्ञान के शिक्षक डॉ. अशोक बडोनी, हर्षमणि पाण्डे, राजेश चमोली तथा नवीन असवाल को यह सम्मान दिया गया है।
इस मौके पर मुख्य अतिथि हे.न.ब.ग. विवि में भौतिकी के सहायक प्राचार्य डॉ.आलोक सागर गौतम ने कहा कीर्तिनगर से लेकर स्वीत तक के परिक्षेत्र में वायु प्रदूषण भयावह स्थिति में है। जिसके कारण उक्त परिक्षेत्र में रहने वालों लोगों में साइनस, दमा तथा श्वास व फेफड़े जनित रोगों की समस्या बीते कुछ वर्षों में निरंतर बढ़ रही है।

विशिष्ट अतिथि प्रदीप अंथवाल ने कहा कि, यह अनुष्ठान और इसका उद्देश्य बहुत पवित्र है। जिसमें शिक्षण कार्य करने वाले साथी अपने ही शिक्षक साथियों का सम्मान करते हुए दिखाई देते हैं।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता कीर्तिनगर के ब्लॉक समन्वयक रसायन विज्ञान शिक्षक कमलेश जोशी ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के लाभ एवं हानि के गुणा भाग को कई उदाहरणों की सहायता से बेहतरीन ढ़ंग से समझाया।
इस मौके पर पूर्व में स्व. शिवदर्शन सिंह नेगी आखर स्मृति सम्मान से सम्मानित हुए हर्षमणि पांडे ने शिवदर्शन नेगी जी द्वारा विज्ञान/गणित शिक्षण में किए गए नवाचारी प्रयोगों की चर्चा करते हुए किसी भी व्यक्ति के लिए जरूरी हार्मान्स के बारे में बताया उन्होंने कहा कि, किस तरह ये हार्मोन्स किसी भी व्यक्ति को स्वस्थ चित्त, आनन्द, प्रसन्नता का एहसास कराते हैं। और सुखी जीवन जीने की दिशा देते हैं।

अध्यक्षता करते हुए गढ़वाल विवि के प्रौढ़ सतत शिक्षा एवं प्रचार विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. एस.एस.रावत ने कहा कि, पूर्व में आज के मुकाबले यदि प्रतिशतता देखी जाए तो प्रेरणादायी शिक्षकों की संख्या पहले अधिक थी।
वर्तमान में प्रेरणादायी शिक्षकों की कम संख्या के बावजूद जो शिक्षक अपने विद्यार्थियों की क्षमताओं को उभारने में जुटे हुए हैं, उन्हें इस तरह से सम्मानित किया जाना निसंदेह एक बेहतर पहल है।
कार्यक्रम का संचालन शिक्षक भूपेन्द्र सिंह नेगी ने किया।
इस मौके पर पूर्व प्रधानाचार्य अवधेश मणि लाल, आखर ट्रस्ट की मुख्य ट्रस्टी लक्ष्मी रावत, जखण्ड के प्रधानाचार्य राजेन्द्र भण्डारी, उमा घिल्ड़ियाल, बीना मेहरा, राधा मेंदोली, अनिता काला, अंजना घिल्ड़ियाल, नंदकिशोर नैथानी, श्वेता पंवार, राकेश जिरवाण, शुभम सिंह, अंकिता, संगीता पंवार, प्रियंका पंवार आदि मौजूद रहे।
राष्ट्रीय स्तर पर दूसरे स्थान पर रहा उत्तराखण्ड
स्व. शिवदर्शन सिंह नेगी आखर सम्मान से सम्मानित हुई शिक्षिका गीता चौहान की मुख्य उपलब्धि अपने विद्यार्थी निर्मल को राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने की रही।
बता दें कि, राइंका जखण्ड के विद्यार्थी निर्मल ने ”क्वाटम एज :सम्भावना एवं चुनौतियां“ विषय पर आयोजित संगोष्ठी में राष्ट्रीय स्तर पर दूसरा स्थान प्राप्त किया।
निर्मल को भी इस मौके पर आखर ट्रस्ट की ओर से सम्मानित किया गया। उनका सम्मान उनके प्रधानाचार्य राजेन्द्र भंडारी ने ग्रहण किया।
















Leave a Reply