स्थानीय लोगों और बच्चों में दिखा किताबों को लेकर भारी उत्साह
पद्मश्री माधुरी बड़थ्वाल और नगर पंचायत अध्यक्ष मोहन भंडारी सहित शहर के गणमान्य लोगों की उपस्थिति में दीप प्रज्वलन के साथ गैरसैण किताब कौथिग का औपचारिक शुभारंभ हुआ।
आयोजन के दौरान दिनभर गैरसैण मुख्य मैदान में स्कूली बच्चों और अभिभावक लगातार मेले में आते रहे। हजारों किताबों के साथ बच्चों ने आधुनिक तकनीक, खेल खेल में विज्ञान, कठपुतली निर्माण कार्यशाला, स्थानीय उत्पादों में भी रुचि दिखाई।
विभिन्न वार्ता सत्र के दौरान महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। “अंगदान जागरूकता और थैलेसीमिया रोग” पर पूर्व स्वास्थ्य निदेशक डॉ ललित उप्रेती और दयाल पांडे जी ने चर्चा की। देहरादून से आए विशेषज्ञ नवीन चंद्र ने पद्मश्री माधुरी बड़थ्वाल और डॉ. अजय ढोंढियाल के बीच “हमारे लोकसंगीत में महिलाओं के स्वर” विषय पर लंबी चर्चा हुई जिसमें महिलाओं की खासी उपस्थिति रही।
अंतिम सत्र में सांस्कृतिक सन्ध्या के दौरान लोकगायक दीवान कनवाल और डॉ. अजय ढोंढियाल के गीतों की प्रस्तुति दी। “घुघुति जागर टीम” ने अपने गानों पर दर्शकों को नाचने पर मजबूर कर दिया।
नगर पंचायत अध्यक्ष मोहन भंडारी ने बताया कि रविवार को अंतिम दिन सुबह नेचर वॉक की दौरान बर्ड वॉचिंग, औषधीय पौधों की जानकारी दी जाएगी। स्थानीय पर्यटन, चिपको आंदोलन, गैरसैण राजधानी और अन्य विषयों पर वार्ता होगी।
कार्यक्रम का समापन कवि सम्मेलन के साथ होगा।
कार्यक्रम में पद्मश्री माधुरी बड़थ्वाल, पद्मश्री कल्याण रावत, प्रसिद्ध कवि – रंगकर्मी मदन डुकलान, साहित्यकार बीना बेंजवाल, नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी अरुण सैनी,शांति प्रसाद “जिज्ञासु”, पत्रकार रमेश भट्ट, तकनीकी विशेषज्ञ नवीन चंद्र, पूर्व स्वास्थ्य निदेशक डॉ. ललित उप्रेती, लोककलाकार दीवान कनवाल, डॉ अजय ढोंडीयाल, घुघुति जागर टीम, दान सिंह नेगी, समस्त सभासद, हीरा फनियाल, मोहन पंत, और भारी संख्या में स्थानीय जनता उपस्थित रही।