दक्षिण कोरिया की हान कांग ने जीता 2024 का साहित्य Nobel Prize

साहित्य के क्षेत्र में 2024 के नोबल पुरस्कार ( Nobel Prize) का ऐलान कर दिया गया है। रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज के स्थाई सचिव मैट्स माल्स ने स्टाकहोम में पुरस्कार की घोषणा की है। 53 वर्षीय दक्षिण कोरियाई लेखिका हान कांग ने सन् 2016 में ‘ द वेजेटेरियन’ (The Vegetarian) के लिए अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार जीता हैं।

हान को यह पुरस्कार काव्यात्मक गद्य के लिए दिया गया है जो ऐतिहासिक आघातों और मानव जीवन की नाजुकता को दर्शाता है। हान कांग नोबेल प्राइज जीतने वाली 18वीं और पहली कोरियाई महिला हैं।

नोबल पुरस्कार स्वीडिश अकादमी द्वारा दिया जाता है और इसकी कीमत 11 मिलियन स्वीडिश क्रोनर (1.1 मिलियन डॉलर)होती है. हान कांग की कुछ प्रमुख रचनाएं जिसमें ‘द वेजिटेरियन’, ‘द व्हाइट बुक’, ‘ह्यूमन एक्ट्स’ र ‘ग्रीक लेसन्स’ जैसी किताबें शामिल हैं। आपको बता दें कि उनकी लेखनी ने विश्वभर में पाठकों को प्रभावित किया है। दक्षिण कोरियाई लेखिका अपनी उपन्यास के लिए दुनियाभर में कई अवार्ड अपने नाम कर चुकी हैं।

इंटरनेशनल बुकर प्राइज से भी सम्मानित

हान कांग का जन्म 1970 में दक्षिण कोरिया के ग्वांगजू शहर में हुआ। वह एक साहित्यिक परिवार से संबंध रखती हैं, जहां उनके पिता भी एक प्रतिष्ठित उपन्यासकार हैं। उन्होंने 1993 में विंटर इन सिओल समेत  पांच कविताएं प्रकाशित करके एक कवि के रूप में अपनी यात्रा शुरू की। 1994 में, उन्होंने ‘रेड एंकर’ नामक उपन्यास के लिए सियोल शिनमुन स्प्रिंग लिटरेचर प्रतियोगिता जीती और इस तरह से उपन्यासकार के रूप में कदम रखा। गौरतलब है कि हान कांग को 2016 में ‘द वेजिटेरियन’ के लिए इंटरनेशनल बूकर प्राइज से भी सम्मानित किया जा चुका है।

दक्षिण कोरिया की हान कांग

दक्षिण कोरिया (South Korea) की लेखिका हान कांग का जन्म 1970 में दक्षिण कोरिया के ग्वांगजू में हुआ था और नौ साल की उम्र में वह अपने परिवार के साथ सियोल चले गए थे। वे एक साहित्यिक परिवार से हैं। उनके पिता एक प्रसिद्ध उपन्यासकार थे। लेखन के साथ-साथ कला और संगीत में भी उनकी विशेष रुचि है और यह रुचि उनके संपूर्ण साहित्यिक कार्यों में झलकती है।

उन्होंने अपने कॅरियर की शुरुआत 1993 में “लिटरेचर एंड सोसाइटी” पत्रिका में कई कविताओं के प्रकाशन के साथ की और 1995 में उन्होंने लघु कहानियों के संग्रह “लव ऑफ यूसो” के प्रकाशन के साथ गद्य लिखना शुरू किया। उनकी सबसे बड़ी अंतरराष्ट्रीय सफलता 2007 में प्रकाशित उनका उपन्यास “द वेजेटेरियन” मानी जाती है। यह तीन भागों में एक असाधारण उपन्यास है जिसमें एक महिला के मांस खाने से इनकार करने के गंभीर परिणामों का वर्णन किया है।

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